किसान आंदोलन: किसानों ने ठुकराया सशर्त बातचीत का प्रस्ताव, नड्डा ने बुलाई बैठक

अपनी शर्तों पर बातचीत करने को ले कर अड़े आंदोलनकारी किसानों ने साफ़ आकर दिया है कि सशर्त बातचीत का प्रस्ताव उनको स्वीकार नहीं है, ऐसे में बीजेपी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हुई है अहम बैठक

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 30, 2020, 10:20 AM IST
  • शुक्रवार को थी दिल्ली में घुसने की जद्दोजहद
  • गृह मन्त्री के विकल्प के बाद गृह सचिव का न्योता ठुकराया
  • पूरी तरह अड़ियल है किसानों का रुख
  • नड्डा ने की अहम बैठक
  • शाह और राजनाथ हुए शामिल
 किसान आंदोलन: किसानों ने ठुकराया सशर्त बातचीत का प्रस्ताव, नड्डा ने बुलाई बैठक

नई दिल्ली.  संयुक्त किसान मोर्चा की शनिवार शाम को हुई बैठक में किसानों ने तय किया कि वे अपने  आन्दोलन को लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे और सरकार की सशर्त वार्ता का प्रस्ताव उन्हें मन्जूर नहीं है. किसान आन्दोलन पर नजर रखते हुए बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने अपने घर एक मीटिंग की है. फिलहाल स्थिति ये है कि आंदोलनकार किसान अपनी मांगों से टस से मस नहीं हो रहे हैं. सबसे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के 3 दिसंबर के बातचीत के प्रस्ताव को खारिज किया गया था. इसके बाद रविवार को किसानों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील भी ठुकरा दी.

शुक्रवार को थी दिल्ली में घुसने की जद्दोजहद

शुक्रवार को हालत ये थी कि किसान सारे दिन दिल्ली में प्रवेश के लिए ही जद्दोजहद कर रहे थे. उसके बाद जब उनको बुराड़ी में प्रदर्शन का विकल्प दिया गया तो उन्होने उसके लिये भी मना कर दिया. सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी उनकी जिद की तरह बढ़ती जा रही है. गृह मंत्री अमित शाह की अपील खारिज करके ज़िद पर अड़े किसानों ने ऐलान कर दिया है कि वो सिंघु बॉर्डर से नहीं उठेंगे. साथ ही उन्होंने सरकार को धमकी भी दे डाली है.

गृह मन्त्री के विकल्प के बाद गृह सचिव का न्योता ठुकराया

किसानों को अब जब दिल्ली में प्रवेश की अनुमति मिल गई है तब भी वे उसे सशर्त बातचीत कह कर अस्वीकार कर रहे हैं. किसानों के इस रुख के बाद अब केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने उन्हें पत्र लिखा और पंजाब के 32 किसान संघों को शुरुआती बातचीत का न्योता दिया, गृह सचिव के इस प्रस्ताव पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई और इस बार भी किसानों ने ये विकल्प मानने से इनकार कर दिया है. किसानों का कहना है कि हम सरकार से बिना किसी शर्त के बातचीत चाहते हैं.

पूरी तरह अड़ियल है किसानों का रुख

हालात ऐसे नजर आ रहे हैं मानो किसानों को अपनी जिद अपने आन्दोलन से भी अधिक प्यारी है.अड़ियल आंदोलनकारी किसानों ने धमकी दी है कि वे दिल्ली में प्रवेश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों अवरुद्ध कर देंगे. ये प्रदर्शनकारी न पीछे हटने को तैयार हैं न वार्ता करने को. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के 3 दिसंबर के बातचीत का प्रस्ताव दिया था जिसे किसानों ने खारिज किया गया था. इसके बाद रविवार को किसानों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील को भी अस्वीकार कर दिया.

नड्डा ने की अहम बैठक

किसानों की चेतावनी की गंभीरता को ध्यान में रख कर रविवार की रात बीजेपी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा के घर पर उच्‍चस्तरीय बैठक हुई है जिसमें गृह मंत्री अमित शाह के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल थे. दो घंटे तक चली इस बैठक के पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी रविवार के अपने देश के साथ चल रहे संवाद ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तुत इन कृषि सुधारों ने किसानों को नये अधिकार और अवसर प्रदान किये हैं और बहुत कम समय में उनकी परेशानियों का समाधान भी देना प्रारंभ कर दिया है .

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