जयपुर: लोकसभा स्पीकर और कोटा से सांसद ओम बिड़ला जेके लोन अस्पताल पहुंचे और अस्पताल की हालात का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बच्चों की असामयिक मौत चिंता का विषय होने के साथ-साथ दर्द का भी विषय है. अस्पताल में चिकित्सा उपकरणों की कमी, जगह की कमी के कारण संक्रमण फैलने की बहुत आशंका है.
राजस्थान सरकार पर साधा निशाना
राजस्थान सरकार पर निशाना साधते हुए ओम बिड़ला ने कहा कि यह बहस का विषय नहीं है कि किस साल कितने बच्चों की मृत्यु हुई. मेरा मानना है कि ऐसी चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित की जानी चाहिए कि एक साल में एक भी मौत न हो. सरकार को संवेदनशील होना चाहिए और ऐसे समय में जब 48 घंटे या एक महीने में इतनी मौतें हों तो तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.
सीएम गहलोत ने दिया था शर्मनाक बयान
कोटा में दस नवजात बच्चों की अचानक हुई मौत मामले पर प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने बड़ा असंवेदनशील बयान दिया था. उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर अस्पताल में हर रोज 3-4 मौतें होती हैं. यह कोई नई बात नहीं है. उन्होंने इस दौरान दावा किया कि इस साल पिछले 6 सालों के मुकाबले सबसे कम मौतें हुई हैं. गहलोत ने कहा कि उनके पास आंकड़ें हैं कि बीते 6 सालों में इस साल सबसे कम जानें गई हैं. उन्होंने दावा किया कि इस साल केवल 900 मौतें हुई हैं.
भाजपा विधायक जेके लोन अस्पताल को देंगे 50 लाख
नवजात बच्चों की मौत के मामले में शनिवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने संभाग के विधायकों व पूर्व विधायकों के साथ अस्पताल का दौरा किया. मीडिया से बातचीत में पूनिया ने कहा कि बच्चों की मौतें अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से हुई है. मैंने संभाग के हमारे विधायकों से बात की तो 5 विधायक मदन दिलावर, चंद्रकांता मेघवाल, संदीप शर्मा, कल्पना देवी और अशोक डोगरा 10-10 लाख रुपए इस अस्पताल को देने पर सहमत हो गए हैं.
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