बालाकोट में पाकिस्तान फिर सक्रिय कर रहा है आतंकी संगठन

 केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी दी है कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान बालाकोट में फिर आतंकी शिविरों को सक्रिय कर रहा है. उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर में इस साल 17 नवंबर तक आतंकवाद की करीब 594 घटनाएं हुईं जिनमें 37 नागरिक और 79 सुरक्षा कर्मी मारे गए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 28, 2019, 03:25 AM IST
    • अक्टूबर 2019 तक सीमा के दूसरी ओर से घुसपैठ के 171 प्रयास किए गए
    • 2018 के दौरान आतंकवाद की 614 घटनाएं हुई थीं जिनमें 39 नागरिक एवं 91 सुरक्षा कर्मी मारे गए थे
बालाकोट में पाकिस्तान फिर सक्रिय कर रहा है आतंकी संगठन

नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि, ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान बालाकोट में फिर आतंकी शिविरों को सक्रिय कर रहा है. राज्यसभा में एक प्रश्न का दिया गया यह जवाब उन सभी आशंकाओं को बल दे रहा है, पिछले दिनों जिनकी कल्पना की गई है. करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान की मंशा पहले ही साफ नहीं लग रही थी. इसके बाद घाटी के इस इलाके में गहरा सबक मिलने के बाद भी पड़ोसी मुल्क बाज नहीं आया है. बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों को भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों से बमबारी कर नष्ट कर दिया गया था. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी है. 

क्या कहा है मंत्री ने ?
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने देश की सीमाओं की सुरक्षा और इसकी अखंडता तथा संप्रभुता बनाए रखने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, खुफिया सूचनाओं से संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन बालाकोट स्थित अपने शिविर को फिर से सक्रिय करने और भारत के खिलाफ जिहादी उन्माद फैलाने के लिए प्रयासरत हैं.

रेड्डी ने बताया कि सरकार की नीति आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की है और सुरक्षा बलों की आतंकवाद के खिलाफ लगातार कार्रवाई के चलते पिछले कुछ साल के दौरान जम्मू कश्मीर में कई आतंकवादियों का सफाया किया गया है.उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर में इस साल 17 नवंबर तक आतंकवाद की करीब 594 घटनाएं हुईं जिनमें 37 नागरिक और 79 सुरक्षा कर्मी मारे गए.

घुसपैठ में आई है कमी
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि जम्मू कश्मीर में 2018 के दौरान आतंकवाद की 614 घटनाएं हुई थीं जिनमें 39 नागरिक एवं 91 सुरक्षा कर्मी मारे गए थे. इसके साथ ही अक्टूबर 2019 तक सीमा के दूसरी ओर से घुसपैठ के 171 प्रयास किए गए जबकि 2018 में ऐसे प्रयासों की संख्या 328 थी.

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर किए गए आतंकवादी हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी को बालाकोट स्थित आतंकी शिविर पर बमबारी कर उसे नष्ट कर दिया था. 

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सेना प्रमुख बिपिन रावत भी दे चुके हैं संकेत
सेना प्रमुख बिपिन रावत भी सितंबर में ही कह चुके हैं कि पाकिस्तान ने बालाकोट को फिर सक्रिय कर दिया है. उन्होंने तब यह बात बालाकोट स्ट्राइक के सबूत मांगने की बात पर कही थी.

उऩ्होंने कहा था कि इससे पता चलता है कि बालाकोट प्रभावित हुआ था. वह क्षतिग्रस्त और नष्ट हुआ था. इसलिए लोग वहां से चले गए थे और अब वह फिर से सक्रिय हो गया है. 

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