PM Modi Birthday: 2019 की अग्निपरीक्षा के ऐतिहासिक विजेता नरेन्द्र मोदी

2019 के आमचुनाव जितनी बड़ी चुनौती पूर्व-विजेता दल भाजपा के लिये थी, उससे बड़ी चुनौती पूर्व-पराजित विपक्ष के ध्वजवाहक कांग्रेस के लिये थी..

Written by - Parijat Tripathi | Last Updated : Sep 17, 2020, 03:02 PM IST
    • 2019 के आमचुनाव थे ऐतिहासिक चुनौती
    • विपक्ष ने किया ईवीएम का अरण्यरोदन.
    • हुआ चुनाव आयोग के समक्ष विधवा-विलाप
    • अंततः परिवारवाद पर राष्ट्रवाद हुआ विजयी
PM Modi Birthday: 2019 की अग्निपरीक्षा के ऐतिहासिक विजेता नरेन्द्र मोदी

नई दिल्ली.   भारतवर्ष की सत्रहवीं लोकसभा के लिये 2019 के चुनाव का दौर एक तरफ आत्मविश्वास की झलक दिखाता था तो दूसरी तरफ भय और आतंक के चेहरों की तस्वीर पेश करता था. मोदी के विपक्षी बौखलाए हुए थे तो मोदी के साथी आत्मविश्वास से भरपूर और आश्वस्त थे.

हुआ ईवीएम का अरण्यरोदन

मोदी के तेज के समक्ष किंकर्तव्यविमूढ़ विपक्षी दलों को कुछ समझ न आया तो एक तरफ उन्होंने एक्ज़िट पोल्स पर फ़र्ज़ी होने का आरोप लगाया, और दूसरी तरफ वे ये मान कर भी चलने लगे कि मोदी ही जीत रहे हैं. उनका भय स्थायी भाव बन कर  साथ चला और पूरे चुनाव के दौरान वे यही सोचते रहे कि अगले प्रधानमंत्री के राजसिंहासन पर फिर से मोदी ही विराजने वाले हैं. इसी भय से प्रेरित हो कर विपक्ष ने एक स्वर में ईवीएम का अरण्यरोदन भी शुरू कर दिया.

चुनाव आयोग के समक्ष विधवा-विलाप

चुनाव आयोग के सामने मोदी के विरोधी रुदन-नर्तन करने लगे और आयोग के सामने वे अपने भय को शिकायत का मुलम्मा चढ़ा कर पेश करने लगे. परंतु सर्वविदित है कि झूठ के पांव नहीं होते. इसलिए बैक टू स्क्वेयर वन.  कोई फर्क नहीं पड़ा. फर्क तो तब पड़ता जब कहीं कोई मुद्दा होता. आप जीतें तो आपका कमाल, मोदी जीतें तो ईवीएम की धांधली!

डर के आगे हार है!

मोदी से आतंकित विपक्ष के भय ने एक नये राजनैतिक जुमले को जन्म दिया – डर के आगे हार है!  लेकिन विपक्षियों ने इस हकीकत से समझौता फिर भी नहीं किया कि मोदी को आने से कोई नहीं रोक सकता.  वैसे भी मोदी नहीं जीतते तो भी विपक्ष हार ही जाता क्योंकि इस तरफ तो एक ही प्रधानमंत्री थे, विपक्ष में तो सभी प्रधानमंत्री थे. प्रधानमंत्रियों से भरपूर विपक्ष नेस्तोनाबूद हो गया और अकेले एक मोदी ने सबकी कपाल-क्रिया कर दी. 

परिवारवाद पर राष्ट्रवाद हुआ विजयी

देश ने राष्ट्रवाद को गले लगाया और विकास के चेहरे मोदी को विजयश्री का वरण कराया. संघ के लाखों-लाखों कार्यकर्ताओं का परिश्रम सार्थक हुआ. 2019 की राजनीतिक अग्निपरीक्षा के नायक बने नरेन्द्र मोदी और पराभव को प्राप्त हुए देश द्वारा नकारे गये कांग्रेस के परिवारवादी सियासतदार. मोदी की जीत ने कांग्रेसियों को महसूस करा दिया कि उनकी ऐतिहासिक पार्टी आने वाले दिनों में इतिहास बन के रह जायेगी यदि इसी तरह मोदी नामक यह अजेय क्षत्रप राष्ट्रवाद का सेनापति बना रहा.

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