नई दिल्लीः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अपनी पुरानी आदत से बाज नहीं आ पा रहे हैं. झूठ बोलने की उनकी आदत और वह भी भारत के खिलाफ अब आदत से बढ़कर बीमारी की शक्ल लेने लगी है. इसी बीमारी का नतीजा एक बार फिर सामने आया जब उन्होंने एक पुराना वीडियो शेयर किया और उसे भारत का साबित करने की साजिश की. इमरान खान नियाजी भारत को बदनाम करने चक्कर में अपनी फजीहत बार-बार करा बैठते हैं. शुक्रवार को भी वह फिर से फजीहत का शिकार बने.
यह किया इमरान नियाजी ने
शुक्रवार को इमरान खान ने बांग्लादेश का एक वीडियो जारी किया और इसे भारत का बताया. इस वीडियो में पुलिस बल को मुस्लिम युवकों की पिटाई करते हुए दिखाया गया था. वीडियो के साथ इमरान खान ने लिखा, उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के खिलाफ भारतीय पुलिस का कहर. इस वीडियो में पुलिस को दंगा रोकने के लिए प्रदर्शनकारियों को पीटते हुए दिखाया गया है.
Prime Minister of Pakistan Imran Khan tweets an old video of violence from Bangladesh and says, 'Indian police's pogrom against Muslims in UP.' pic.twitter.com/6SrRQvm0H9
— ANI (@ANI) January 3, 2020
उनके इस ट्वीट के कुछ ही देर बाद लोगों ने इमरान खान को ट्रोल करना शुरू कर दिया. ट्विटर पर अपनी फजीहत होती देख इमरान ने अपना यह ट्वीट डिलीट कर लिया.
बांग्लादेश का है वीडियो
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान जिस वीडियो को उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस बर्बरता के सबूत के तौर बताने की कोशिश कर रहे थे, असल में वह बांग्लादेश का एक पुराना वीडियो है.
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ऐसे सामने आया सच
दरअसल, वीडियो में एक जगह पुलिस की वर्दी और बचाव ढाल पर आरएबी (RAB) लिखा हुआ दिख रहा है. आरएबी का मतलब है रैपिड एक्शन बटालियन बांग्लादेश है, यह बटालियन पुलिस का ही एक विंग है. साल 2013 में बांग्लादेश पुलिस और धार्मिक कट्टरपंथियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसका यह वीडियो है. यह पहला मौका नहीं है जब इमरान खान ने सीएए को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन पर इस तरह की अफवाह फैलाने की कोशिश की है. उनके साथ ही पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता के ट्विटर हैंडल से भी लगातार नागरिकता कानून से जुड़े विरोध-प्रदर्शनों के फोटो व वीडियो डाले जा रहे हैं.
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