दिल्ली: कांग्रेस ने आज मोदी सरकार पर के खिलाफ रैली आयोजित की. इसमें देश के अहम और जरूरी मुद्दे उठाने का बजाय भारत की स्वतंत्रता में अहम योगदान देने वाले वीर सावरकर के नाम का इस्तेमाल किया गया. राहुल गांधी ने कहा कि मैं सावरकर नहीं हूं जो देश से माफी मांगूंगा. इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी 1000 बार जन्म भी ले लें तो सावरकर नहीं बन सकते, वे तो जिन्ना हैं.
The more appropriate name for you @RahulGandhi is RAHUL JINNAH. Your Muslim appeasement politics and mindset makes you a worthy legatee of Mohammad Ali Jinnah, not Savarkar. #RahulJinnah https://t.co/NzvAmuLxQB
— GVL Narasimha Rao (@GVLNRAO) December 14, 2019
'रेप इन इंडिया' वाले बयान पर भाजपा कर रही है माफी की मांग
भाजपा राहुल गांधी से 'रेप इन इंडिया' वाले बयान पर माफी की मांग कर रही है. भाजपा का कहना है कि मेक इन इंडिया की तुलना रेप इन इंडिया से करके राहुल गांधी ने देश का नाम बदनाम किया है. पूरे देश की तुलना रेप से करके राहुल गांधी क्या साबित करना चाहते थे. बीजेपी प्रवक्ता संबिता पात्रा ने भी राहुल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राहुल हजार जनम में भी राहुल सावरकर नहीं बन सकते. राहुल गांधी अनुच्छेद 370, हवाई हमले, सर्जिकल स्ट्राइक और सीएबी पर पाकिस्तान की भाषा इस्तेमाल करते है. वो ‘वीर’ नहीं हो सकते, सावरकर के बराबर नहीं हो सकते.
कांग्रेस ने आयोजित की भारत बचाओ रैली
खोई सियासी जमीन पाने की उम्मीद में कांग्रेस ने की भारत बचाओ रैली
कांग्रेस पार्टी ने आर्थिक मंदी, किसान विरोधी नीतियों, महिलाओं के खिलाफ हिंसा, बेरोजगारी और संविधान पर हमले को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ आज दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली की. इसमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और कार्यकर्ता शामिल हुए.
गिरिराज ने राहुल पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस की रैली पर निशाना साधते हुए कहा कि गांधी परिवार ने महात्मा गांधी के नाम से गांधी शब्द की चोरी की है. इन लोगों ने गांधी जी के आदर्शों से कभी सीख नहीं ली. इस परिवार ने देश के लिये सिवाय सत्ता भोगने के और कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि वीर सावरकर तो सच्चे देशभक्त थे. उधार का सरनेम लेने से कोई गांधी नहीं होता और कोई देशभक्त नहीं बनता.