भव्य राम मंदिर बनने तक भक्तों को नये स्थान पर दर्शन देंगे रामलला

पूरी दुनिया के रचनाकार और संसार के दुख दर्द हरने वाले अखंडकोटिब्रह्मांड नायक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्म पावन अयोध्या में हुआ था, इस बात पर मुहर देश की शीर्ष अदालत ने लगा दिया है लेकिन अरबों लोगों को उनके भव्य, दिव्य और अलौकिक मंदिर का इंतजार है. महान और विराट मंदिर के निर्माण के लिये फिलहाल रामलला को स्थाई मंदिर में विराजमान किया जाएगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 13, 2020, 01:57 PM IST
    • कुछ समय के लिये अस्थाई मंदिर में रहेंगे रामलला
    • पीएम मोदी चाहते हैं शानदार मंदिर निर्माण
    • जहां रामलला विराजमान वहीं बनेगा मंदिर
भव्य राम मंदिर बनने तक भक्तों को नये स्थान पर दर्शन देंगे रामलला

अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से स्पष्ट किया गया है कि 25 मार्च यानी चैत्र मास के पहले दिन से अयोध्या स्थित नए स्थान पर रामलला के दर्शन किए जा सकेंगे. इसके लिये 24 मार्च को शानदार धार्मिक कार्यक्रम करके रामलला को भव्य मंदिर निर्माण होने तक नये स्थान पर विराजमान किया जाएगा. 

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे. आपको बता दें कि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने बताया था कि जहां पर इस समय राम लला विराजमान हैं वहीं पर मंदिर का निर्माण किया जाएगा. श्री राम जन्मभूमि रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि रामलला को अस्थाई मंदिर में स्थापित करने का काम चल रहा है जो 24 मार्च तक पूर्ण हो जाएगा.

कुछ समय के लिये अस्थाई मंदिर में रहेंगे रामलला

25 मार्च को चैत्र रामनवमी के पहले दिन रामलला गर्भ ग्रह से निकल कर आस्था फाइबर के बुलेटप्रूफ शीशे के मंदिर में विराजेंगे. जहां राम भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे. गर्भ ग्रह के दक्षिण की तरफ रामलला के लिए अस्थाई मंदिर का निर्माण कार्य किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि रामलला को टेंट से निकालकर जब अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किया जाएगा तो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद उस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.

पीएम मोदी चाहते हैं शानदार मंदिर निर्माण

रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से सजग और संवेदनशील हैं. यह संकेत श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के दौरे से मिला. अयोध्या दौरे से पूर्व मिश्र को प्रधानमंत्री ने राममंदिर से जुड़ी अपनी भावनाओं से अवगत कराया और यह निर्देश दिया था कि कि राममंदिर निर्माण में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए. साथ ही मंदिर निर्माण में अकारण विलंब भी नहीं होना चाहिए.

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जहां रामलला विराजमान वहीं बनेगा मंदिर

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने स्पष्ट किया कि मंदिर का भूमि पूजन और शिलापूजन तो पहले ही हो चुका है और केवल शिलाएं रखी जानी जानी है. दास ने बताया, ''जिस स्थान पर अयोध्या में रामलला विराजमान हैं, वहीं पर मंदिर बनेगा और यह काम छह महीने के भीतर शुरू हो जाएगा." मंदिर निर्माण के बारे में उन्होंने बताया, ''जो मॉडल पहले अयोध्या में रखा गया है, उसी के अनुसार राम मंदिर का निर्माण होगा. 

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