नई दिल्ली: हमारे देश की आबादी तेजी से बढ़ती जा रही है. अगर इसी रफतार से हमारी जनसंख्या बढ़ती रही तो हम जल्दी ही दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएंगे. इस स्थिति से चिंतित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 15 अगस्त को लाल किले से लोगों से इस संबंध में सहयोग करने की अपील की थी. अब राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने भी कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून जरुरी है.
जनसंख्या नियंत्रण पर संघ का फॉर्मूला
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुरादाबाद में संघ के एक कार्यक्रम में जनसंख्या नियंत्रण के लिए दो बच्चों वाली नीति लागू करने की मांग की थी. लेकिन संघ प्रमुख के बयान का AIMIM ने विरोध किया है. ओवैसी ने कहा कि देश में बच्चों से ज्यादा बेरोजगारी बड़ी समस्या है.
Real problem in country is unemployment, not population: Owaisi hits back at Mohan Bhagwat
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— ANI Digital (@ani_digital) January 18, 2020
संघ के फॉर्मूले पर भाजपा Vs कांग्रेस
जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाने की मांग वर्षों से की जा रही है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कई साल से इस विषय पर कानून बनाने की वकालत कर रहे हैं. एक दिन पहले ही गिरिराज सिंह ने एक बार फिर इसकी मांग की थी. लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे को भी सियासी रंग देने की कोशिश में जुट गया है.
कांग्रेस इस गंभीर मुद्दे पर भी राजनीतिक करने से बाज नहीं आ रही. कांग्रेस के नेता RSS की इस पहल को लेकर RSS पर ही निशाना साध रहे हैं. कांग्रेस नेता मीम अफजल ने इस बयान को लेकर RSS का विरोध किया है.
संघ प्रमुख के बयान का साधु संत ने किया समर्थन
RSS प्रमुख के बयान का साधु संत भी समर्थन कर रहे हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी का कहना है कि 'आबादी पर नियंत्रण के लिए कानून बनाने से देश का विकास होगा.'
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देश में बढ़ती जनसंख्या की वजह से बरोजगारी समेत सभी समस्याएं बढ़ गई हैं. सरकार इस विषय पर लोगों को जागरुक करने के लिए पहले ही प्रचार प्रसार कर रही है. लेकिन उससे कुछ खास बात बन नहीं सकी है. ऐसे में जरुरी है कि सरकार इस मामले पर अब जगरुकता से आगे के उपायों पर विचार करे.
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