France Legend Airlines Grounded: लीजेंड एयरलाइंस की वकील लिलियाना बाकायोको ने कहा कि कुछ यात्री भारत नहीं लौटना चाहते थे क्योंकि उन्होंने निकारागुआ (Nicaragua) घूमने जाने की पेमेंट कर दी थी. बता दें कि विमान को संभावित मानव तस्करी के आरोप में फ्रांस में रोक दिया गया था. इसमें ज्यादातर भारतीय थे,, जहां उनके चार्टर्ड विमान को रोक दिया गया था और फिर 276 यात्रियों को वापस भारत भेज दिया गया. मंगलवार को वे मुंबई पहुंचे.
22 दिसंबर को यह फ्लाइट संयुक्त अरब अमीरात से चली थी. हालांकि, लीजेंड एयरलाइंस ने किसी भी गलत काम में शामिल होने से इनकार किया और कहा कि कुछ यात्रियों के पास वापसी के टिकट और होटल रिजरवेशन भी थी.
जहाज पर 303 लोग सवार थे, 25 ने फ्रांस में शरण मांगी
यात्रियों में से दो नाबालिगों सहित 25 ने फ्रांस में शरण मांगी. वहीं, फ्रांसीसी अधिकारियों ने अवैध आप्रवासन (illegal immigration) के आरोप में दो को पकड़ा है. 25 लोगों को आगे के लिए पेरिस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे के एक विशेष क्षेत्र में ट्रांसफर कर दिया गया. भारत लौटने वाले 276 लोगों में से लगभग दो-तिहाई पंजाब से, 25% गुजरात से और बाकी कई अलग-अलग राज्यों से थे.
डंकी फ्लाइट का आयोजन किसने किया?
लीजेंड एयरलाइंस की वकील ने बताया कि एक गैर-यूरोपीय कंपनी ने फ्लाइट बुक की थी, लेकिन वे इस बात का खुलासा नहीं करेंगे कि वह भारतीय है या नहीं. बता दें कि अधिकांश यात्री पिछले दो महीनों में कार्य या पर्यटक वीजा पर दुबई पहुंचे और वहां से निकारागुआ के लिए उड़ान में सवार हुए थे.
जिन दो यात्रियों को शुरू में इस आरोप में हिरासत में लिया गया था कि उन्होंने तस्करी में मदद की थी, उन्हें न्यायाधीश के सामने पेश होने के बाद रिहा कर दिया गया.
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