मुंबई. अजित पवार द्वारा महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन से हाथ मिलाने के बाद अक्सर राजनीतिक तंज सुनने के मिलते रहे हैं. इसी क्रम में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने रविवार को अपने चाचा शरद पवार की उम्र को लेकर उन पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि कुछ लोग 80 वर्ष से अधिक आयु की होने पर भी राजनीति से सेवानिवृत्त नहीं होना चाहते.
अजित पवार ने किया तंज
अजित ने कहा-महाराष्ट्र सरकार के कर्मचारी 58 वर्ष की आयु में रिटायर होते हैं. ज्यादातर लोग 75 वर्ष की आयु के होने के बाद अपने सक्रिय पेशेवर जीवन को आमतौर पर रोक देते हैं. लेकिन कुछ ऐसे लोग (शरद पवार जैसे) भी हैं जो 80 वर्ष की आयु को पार कर और अब 84 वर्ष के होने पर भी रिटायर होने के लिए तैयार नहीं हैं. हम यहां काम करने के लिए हैं और हम काम करेंगे.
मनोज जारांगे को परोक्ष चेतावनी
इसके अलावा मराठा समुदाय को आरक्षण के लिए चलाए जा रहे आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे को परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए अजित ने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
जुलाई 2023 में हुआ बड़ा उलटफेर
बता दें कि अजित पवार और उनके प्रति निष्ठा रखने वाले कुछ विधायक जुलाई 2023 में शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हुए थे. महाराष्ट्र की राजनीति में इस कदम को बड़े उलटफेर के रूप में देखा गया था. इसके बाद, अजित पवार ने एनसीपी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किया था. इस कदम को एनसीपी संस्थापक शरद पवार ने निर्वाचन आयोग में चुनौती दी थी.
शिवसेना में भी हुई थी टूट
एनसीपी से पहले महाराष्ट्र में शिवसेना में भी एक बड़ी टूट हुई थी जिसके बाद उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार अल्पमत में आ गई थी. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. राज्य में पहले सीएम रह चुके बीजेपी नेता देवेंद्र फडणीस को डिप्टी सीएम बनाया गया था. बाद जब अजित पवार ने सत्तारूढ़ गठबंधन का हाथ थामा तो उन्हें भी डिप्टी सीएम बनाया गया.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.