नई दिल्ली: कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है. सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार द्वारा सांसदों की सैलरी में 30 फीसदी की कटौती करने के फैसले का समर्थन किया लेकिन उन्होंने इसमें भी सियासी रंज दिखा दिया. सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री के सामने 5 सुझाव भी रखे हैं जिनमें उनकी सियासी कूटनीति झलकती है.
सरकारी विज्ञापनों पर लगे रोक- सोनिया
अपनी चिठ्ठी में सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार के द्वारा टेलीविजन, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया को दिए गए सभी विज्ञापनों पर रोक लगनी चाहिए. इन्हें दो साल के लिए बंद करना चाहिए, जिससे 1250 करोड़ रुपये प्रति साल की जो बचत होगी और उसका इस्तेमाल कोरोना से लड़ने में किया जाना चाहिए.
तीसरा, भारत सरकार के खर्चे के बजट (वेतन, पेंशन एवं सेंट्रल सेक्टर की योजनाओं को छोड़कर) में भी इसी अनुपात में 30% की कटौती की जाए। यह राशि लगभग ₹2.5 लाख करोड़ सालाना प्रवासी मजदूरों, श्रमिकों, किसानों, MSME एवं असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों को आवंटित की जाए : @rssurjewala
— Congress (@INCIndia) April 7, 2020
मोदी की सफलता से सियासी नुकसान की चिंता
कांग्रेस को चिंता है कि अगर कोरोना महामारी से लड़ाई में अगर भारत जीत जाता है तो इससे मोदी सरकार के प्रयासों की तारीफ न केवल भारत में होगी बल्कि पूरी दुनिया में मोदी के नाम का डंका बजेगा जिससे कांग्रेस को सियासी नुकसान हो सकता है. इसलिए सोनिया गांधी चिट्ठी के बहाने अपने पॉइंट स्कोर करना चाहती हैं.
सरकारी बिल्डिंग के निर्माण पर लगे रोक
सोनिया गांधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि सरकार के द्वारा सरकारी बिल्डिंग में कंस्ट्रक्शन के काम के लिए जो 20 हजार करोड़ आवंटित किए गए हैं, उन्हें रोक दिया जाए. मुझे विश्वास है कि संसद की मौजूदा बिल्डिंग से काम किया जा सकता है, इस राशि से अस्पताल में सुधार, PPE जैसी सुविधा की व्यवस्था की जा सकती है.
पीएम मोदी ने मंत्रियों को दिये निर्देश, लॉकडाउन के बाद क्या रहेगी स्थिति
राहुल गांधी के विवादित बयानों पर पर्दा डालने की कोशिश
पिछले कुछ दिनों में राहुल गांधी के द्वारा दिये गए बयानों की आम जन मानस ने तीखी आलोचना की है. कोरोना वायरस के मुद्दे पर कांग्रेस के कई नेता मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में गलत बयानबाजी कर चुके हैं. सोशल मीडिया पर लोग कांग्रेस की मानसिकता और विचारधारा पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इन सभी नकारात्मक मुद्दों से कांग्रेस को बचाने के लिए सोनिया गांधी 'चिट्ठी पॉलिटिक्स' कर रही है.
आगे बढ़ सकता है लॉकडाउन, केंद्र सरकार कर रही है विचार
सोनिया ने सरकारी यात्राओं पर रोक की मांग की
सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्य के मंत्रियों समेत सभी अधिकारियों की विदेश यात्रा पर रोक लगाने की मांग की है. ऐसी यात्राओं से बचने वाले पैसे का इस्तेमाल कोरोना से लड़ाई में किया जा सकता है. चिट्ठी में लिखा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों की यात्राएं रुकने से 393 करोड़ बच सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि जब 2014 में मोदी सरकार का गठन हुआ था तभी पीएम मोदी ने फिजूल खर्ची और अनुपयुक्त यात्राओं पर रोक लगा दी थी.
Congress President and CPP Chairperson Smt. Sonia Gandhi writes to PM Modi suggesting various measures to fight the COVID-19 pandemic. pic.twitter.com/77MzCYiokl
— Congress (@INCIndia) April 7, 2020
पीएम केयर्स फंड का पैसा पीएम राहत कोष में रखें
सोनिया गांधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि प्रधानमंत्री केअर्स में जितनी भी राशि मदद के रूप में आई है, उसे प्रधानमंत्री राहत कोष में ट्रांसफर करना चाहिए. इससे पारदर्शिता आएगी, अभी प्रधानमंत्री राहत कोष में मौजूद 3800 करोड़ की राशि पड़ी है. ऐसे में दोनों फंड की राशि को मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है.