नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सियासी उठापटक का दौर इतना लंबा चला और लोगों ने इतना उलटफेर देखा कि किसी को ये समझ ही नहीं आता कि अगले पल यहां के राजनीतिक गलियारे में क्या होने वाला है. उद्धव ठाकरे को 28 कैबिनेट मंत्री और 8 राज्यमंत्रियों को शपथ दिलानी है.


क्या कहता है साझेदारी का फॉर्मूला?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सत्ता साझेदारी के फार्मूले के तहत सीएम के अलावा शिवसेना के 16 मंत्री, एनसीपी के 14 मंत्री और कांग्रेस के 12 मंत्री होने हैं. फिलहाल ठाकरे समेत उनके मंत्रिमण्डल में 7 मंत्री है. माना जा रहा है कि इस विस्तार में कुल 36 मंत्री शपथ लेंगे.



फिलहाल महाविकास अगाड़ी सरकार में कांग्रेस के 12 मंत्री होंगे जिसमें 10 कैबिनेट स्तर के होंगे. अब कांग्रेस को तय करना होगा कि उनका कौन सा नेता मंत्री बनेगा और कौन नहीं. लेकिन सत्ता साझेदारी का फार्मूले के बाद भी असली समस्या विभागों को लेकर आएगी.


महाराष्ट्र में खफा-खफा है कांग्रेस!


सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस विभागों के बटवारे में खुद को अलग-थलग महसूस कर रही है. काग्रेस को लग रहा है कि शिवसेना और एनसीपी आपस में मिलकर महत्वपूर्ण मंत्रालयों का बटवारा कर ले रहे हैं. लेकिन शायद ये भूल जा रहे हैं कि बिना कांग्रेस के समर्थन के इस सरकार का कोई वजूद नहीं है. महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बातचीत कर कांग्रेस के लिए गृहमंत्रालय की मांग कर सकते हैं.


माना जा रहा है कि इस बार अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद मिल जाएगा. जिसके लिए शिवसेना फिलहाल तैयार नहीं थी. अजित पवार बीजेपी की सरकार में भी डिप्टी सीएम का पद हासिल कर चुके थे. लेकिन, शरद यादव के दबाव के कारण उन्होने पद से इस्तीफा दे दिया था.


किसके-किसके नसीब में मंत्री की कुर्सी?


एनसीपी के कौन धुरंधर?


NCP की तरफ से मंत्री पद के लिये अजित पवार, जितेंद्र आव्हाड, धर्मराव बाबा आत्राम, अनिल देशमुख, नवाब मलिक, धनंजय मुंडे, भारत भालके और  हसन मुश्रीफ का नाम लगभग तय माना जा रहा है.


शिवसेना से कौन-कौन बनेगा मंत्री?


वहीं शिवसेना कि तरफ से रामदास कदम, एडवोकेट. अनिल परब, निलम गोरहे, रवींद्र वायकर, सुनील प्रभू, अब्दुल सत्तार, भास्कर जाधव और दीपक केसरकर का नाम भी चर्चा में है.


कांग्रेस के किन नेताओं को मंत्रिपद?


और कांग्रेस की तरफ से अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, वर्षा गायकवाड, यशोमती ठाकुर, सुनील केदार, सतेज पाटील, अमित देशमुख, के. सी. पाडवी और विश्वजीत कदम के नामों  की चर्चा तेज है.


इसे भी पढ़ें: उद्धव जी... ऐसे तो सरकार चलाने में बड़ी मुश्किल होगी!


महाविकास आघाडी सरकार में विभागों के अभी तक के बंटवारे में गृह मंत्रालय, शहरी विकास और पीडब्लूयूडी मंत्रावय शिवसेना को मिला है. जबकि वित्त मंत्रालय, ग्रामीण विकास और सिंचाई मंत्रालय एनसीपी को मिले हैं. और कांग्रेस को राजस्व और कृषि मंत्रालय मिला है.


इसे भी पढ़ें: मराठा योद्धा शरद पवार ने भाजपा के चाणक्य को ऐसी दी मात! जानें, इतिहास