लखनऊ. मैनपुरी और खतौली जीतने के बाद सपा और अखिलेश यादव के हौसले बुलंद हैं. अब पार्टा का फोकस संगठन को मजबूत करने में है. राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी किसी न किसी मुद्दे को लेकर जनता से जुड़े रहना चाहती है.
प्रदेश लेवल के नेता जिलों में जाएंगे
सपा सूत्रों की मानें तो प्रदेश लेवल के नेता अब प्रदेश के सभी जिलों में जाकर पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे, वहां के नेताओं से मिलेंगे. इसके अलावा बड़े नेता पार्टी से सामंजस्य बैठा कर आगे चुनाव की तैयारी में लगेंगे. सपा का शीर्ष नेतृत्व चाहता है कि निकाय चुनाव के साथ पार्टी लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सके.
क्या कहते हैं कार्यकर्ता
समाजवादी पार्टी के एक कार्यकर्ता ने बताया कि मैनपुरी लोकसभा व खतौली विधानसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित समाजवादी पार्टी को नगरीय निकाय चुनाव से भी उम्मीदें हैं. समाजवादी पार्टी इस चुनाव के जरिए शहरी मतदाताओं में अपनी पैठ बनाना चाहती है. पार्टी इस चुनाव में बड़ी तैयारी के साथ उतरने की रणनीति जोर-शोर से बना रही है.
अगर चुनाव टला तो...
उन्होंने बताया इसके साथ ही अगर चुनाव टलता है तो पार्टी का पूरा फोकस संगठन को मजबूत करने में होगा. पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव खुद जिले-जिले जाकर लोगो की नब्ज टटोलने का काम करेंगे. अखिलेश यादव का इटावा मैनपुरी और कानपुर के बाद अन्य जिलों में जाने का प्रोग्राम है. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष अन्य पदाधिकारी भी जिले का भ्रमण करेंगे.
लोकसभा चुनाव वाया निकाय चुनाव
समाजवादी पार्टी रणनीतिकारों का मानना है कि निकाय चुनाव खत्म होने के बाद वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव आ जाएंगे. ऐसे में निकाय चुनाव का असर लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर आशुतोष वर्मा ने कहा कि सपा की सभी इकाइयां अभी तक भंग है. कुछ जिलों में अभी जिलाध्यक्ष उपचुनाव के दौरान बनाए गए हैं. अगर निकाय चुनाव टले तो पार्टी संगठन मजबूत करेगी. पार्टी की तरफ टीम बनाए जाने की संभावना है. समाजवादी पार्टी मजबूत टीम के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेगी.
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