क्या सचमुच भारत के युवा तेजी से शिकार हो रहे हैं कोरोना के?

अगर ऐसा है तो यह समाचार नौजवानों के देश भारत के लिए शुभ नहीं है. ये रिपोर्ट भारत से नहीं आई है बल्कि भारत में कोरोना महामारी के प्रभाव को लेकर किये गए एक शोध का परिणाम है जो अमेरिका में हुआ है..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 25, 2020, 11:51 PM IST
    • भारत के युवा तेजी से शिकार हो रहे हैं कोरोना संक्रमण के
    • अस्पतालों में युवाओं की संख्या ज्यादा है
    • भारत में कोरोना मौतों के आधे शिकार युवा हैं
क्या सचमुच भारत के युवा तेजी से शिकार हो रहे हैं कोरोना के?

नई दिल्ली.  यह समाचार जितना चिंताजनक है उतना ही भयावह भी है. कोरोना महामारी के भारत पर प्रभाव को लेकर एक शोध किया गया है जिसकी रिपोर्ट भारत के युवाओं के लिए शुभ नहीं लगती. अमेरिका के प्रतिष्ठित मीडिया ग्रुप दी वाशिंगटन पोस्ट ने तैयार की है ये रिपोर्ट.

 

युवा हो रहे हैं ज्यादातर शिकार 

भारत में कोरोना संक्रमण को लेकर किये गए इस शोध का परिणाम डरावना प्रतीत होता है क्योंकि विश्व में भारत की साख एक नौजवान देश के रूप में है. किन्तु दी वाशिंगटन पोस्ट की हालिया रिपोर्ट भारत की इस छवि को लेकर चिंता पैदा करती है. यह रिपोर्ट बताती है कि भारत और ब्राजील जैसे विकासशील देश कोरोना महामारी के हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं और इसका परिणाम ये हो रहा है कि अब ये संक्रमण इन दोनों देशों के युवाओं को तेजी से अपना शिकार बना रही है. 

अस्पतालों में युवाओं की संख्या ज्यादा है 

भारत में कोरोना महामारी को लेकर तैयार की गई इस अमेरिकी रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत और ब्राज़ील में कोरोना वायरस अपना विनाशकारी रूप दिखा रहा है. इस रिपोर्ट के अनुसार इन दोनों देशों के अस्पतालों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले और अस्पताल में भर्ती होने वालों लोगों में युवाओं की बहुतायत है. हैरानी की बात तो ये है कि चीन अमेरिका और इटली जैसे इस महामारी के दुसरे एपिसेन्टर्स में युवाओं में संक्रमण की दर इतनी अधिक नहीं देखी गई है जितनी अब इन दोनों देशों में नज़र आ रही है. 

भारत में कोरोना के शिकार युवा अधिक हैं   

वाशिंगटन पोस्ट की इस रिपोर्ट के अनुसार भारत कोरोना महामारी का अगला एपिसेंटर बनता नज़र आ रहा है. हालत इस देश में इसी बात से समझे जा सकते हैं कि यहां संक्रमण से मारे गए पचास फीसदी लोग 60 वर्ष से कम आयु के हैं. ब्राज़ील की स्थिति फिर भी बेहतर है क्योंकि यहां 50 वर्ष से कम आयु वाले मृतकों की संख्या 5 प्रतिशत है जो इटली या स्पेन में दर्ज की गई कोरोना मौतों के मुकाबले में दस गुना ज्यादा है.

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