पटना: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. नीतीश कुमार की सरकार को विपक्ष कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश करता है. जिनमें से भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है. भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिये नीतीश सरकार ने एक अनाखी पहल की शुरुआत की है. सरकार ने घोषणा की है कि यदि कोई भ्रष्टाचार करते हुए व्यक्ति को पकड़वाता है तो उस शख्स को सरकार 50 हजार का इनाम देगी.
नीतीश कैबिनेट ने लिया फैसला
बिहार में नीतीश कुनार की अगुवाई वाली कैबिनेट के फैसले के बाद ऐसा लगता है कि मानों बिहार में भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाने को लेकर राज्य सरकार कामयाब होती नजर नहीं आ रही है. ऐसे में अब आम जनता की मदद की दरकार उसे पड़ी है. घूसखोर को पकड़वाने में मदद करने वाले व्यक्तियों को इनाम देने के लिए राज्य सरकार ने एक पुरस्कार कोष का भी गठन कर दिया है, जिसके फंड से इनाम की राशि दी जाएगी.
कई सुविधाएं भी देगी सरकार
आपको बता दें कि घूसखोर को पकड़वाने वाले व्यक्ति को सरकार कई अन्य सुविधाएं भी देगी. सरकार के प्रस्ताव के मुताबिक अगर इस प्रकार की नौबत सामने आती है कि भ्रष्टाचारी को सलाखों के पीछे पहुंचाने के दौरान जानकारी देने वाले व्यक्ति को कोर्ट आना-जाना पड़ सकता है तो इसका भी खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी. इसके अलावा गवाही देने के लिए जो व्यक्ति कोर्ट आएगा उसे आने जाने के लिए रेल भाड़ा मिलेगा और साथ ही उसे खाने पीने के लिए रोजाना ₹200 भी मिलेंगे.
इस साल के अंत में चुनाव
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. बिहार में भाजपा ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. दूसरी तरफ राजद और कांग्रेस की ओर से अभी नेता की घोषणा नहीं की गयी है. आए दिन राजद में आपसी कलह की खबरें आती रहती है. कांग्रेस के कई नेता चाहते हैं कि बिहार में राजद का साथ छोड़कर अपने दम पर चुनाव लड़ा जाए.
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