नई दिल्ली: कोरोना रोकथाम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया में सबसे पसंदीदा नेता बने हैं. 1 जनवरी से 14 अप्रैल के अमेरिका में किए गए एक सर्वे में पीएम मोदी लगातार रहे सबसे आगे. इस सर्वे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सबसे पीछे रहे .
कोरोना से लड़ने में पीएम मोदी दुनिया में नंबर 1
अमेरिकी एजेंसी के किए गए सर्वे में दुनिया में दहशत फैलाने वाली महामारी से रोकथाम के मामले में पीएम मोदी सबसे आगे हैं. अमेरिका में रहने वाले सभी देशों के नागरिकों के बातचीत के आधार पर सर्वे किया गया.
कोरोना से लड़ाई में पीएम मोदी सबसे आगे
अमेरिकी एजेंसी https://morningconsult.com/ ने सर्वे करवाया. सर्वे में पूछा गया कि कोरोना रोकथाम में दुनिया का कौन सा नेता सबसे आगे है. सर्वे के मुताबिक पीएम मोदी को सबसे ज्यादा लोगों ने पसंद किया.
लेकिन, यहां आपका ये भी जानना जरूरी है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे भी कौन से फैसले लिये, जो उन्हें विश्व में सर्वोत्तम बनाता है.
कोरोना से लड़ने के लिए पीएम मोदी के 10 बड़े कदम
- जनता कर्फ्यू का ऐलान, लोगों को घर में रहने के प्रेरित किए
- 25 मार्च से 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का ऐलान
- लॉकडाउन को 14 अप्रैल से बढ़ाकर 3 मई तक करने का ऐलान
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लगातार राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा
- देश के लोगों को कोरोना से लड़ने के लिए 'सप्तपदी मंत्र' बताएं
- सोशल मीडिया पर लगातार कोरोना से लड़ने के लिए हौसला बढ़ा रहे हैं
- कोरोना फाइटर्स का हौसला बढ़ाने के लिए प्रकाश पर्व मनाने की गुजारिश
- कोरोना फाइटर्स का हौसला बढ़ाने ताली-थाली बजाने की गुजारिश
- लोगों को मदद पहुंचाने के लिए कई आर्थिक पैकेज का ऐलान
- जरुरत के मुताबिक पूरी दुनिया को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा दी
1 जनवरी-14 अप्रैल के बीच बातचीत के आधार पर सर्वे किया गया. जनवरी से लेकर अप्रैल तक पीएम मोदी लगातार सर्वे में सबसे आगे रहे. दूसरे नंबर पर मैक्सिको के राष्ट्रपति लोपेज ओब्राडोर रहे. तीसरे नंबर पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन रहे. सर्वे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सबसे नीचे रहे.
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19 मार्च को जब पीएम मोदी ने देशवासियों से जनता कर्फ्यू की अपील की तो उसका भारी असर देखा गया. इसके बाद 24 मार्च को कहा उन्होंने लॉकडाउन पर बहुत बड़ा फैसला लिया. लगातार बैठकों का दौर चलता रहा, कई बार देश का संबोधन किया और राहत पैकेज ने देशवासियों को विकट स्थिति में लड़ना सिखाया.
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