पटना: राजधानी की जानी मानी गायनकोलॉजिस्ट डाक्टर सारिका राय इन दिनों काफी व्यस्त हैं. साल खत्म होने वाला है और इनकी क्लीनिक में मरीजों की भीड़ खत्म होने का नाम नहीं ले रही. इसके पीछे की वजह भी खास है. इनकी क्लीनिक में ज्यादातर पेसेंट्स में यह पता लगाने पहुंच रहे हैं कि उनका बच्चे नये साल में आएगा या फिर पुराने साल में ही डिलिवरी करानी होगी. या फिर यह भी कि बच्चे की डिलीवरी एक जनवरी को हो सकती है या नहीं ?
मेडिकल टर्म के अनुसार मनचाही तारीख को कराना चाहते हैं डिलीवरी
डाक्टर सारिका राय कहती हैं कि ज्यादातर पैरेंट्स खास तारीख को ही अपने बच्चे की डिलवरी कराना चाहते हैं. जैसे जन्माष्टमी हो या फिर पैरेन्ट्स के बर्थ डे का दिन या फिर नये साल की एक जनवरी का दिन. ये दिन यादगार होते हैं. हमलोग भी ये देखते हैं कि मेडिकल टर्म के अनुसार वो दिन डिलिवरी के लिए फिट है या नहीं. अगर दिन समय सही होता है तो मनचाही तारीख को डिलवरी हो जाती है.
नए साल में बच्चे का आना डबल बोनस जैसा होगा
डाक्टर सारिका राय की क्लीनिक में 5 पेसेंट्स ऐसे हैं जिनके बच्चे की डिलिवरी 31 दिसंबर को होनी है, लेकिन वो चाहते हैं कि उनका बच्चा नए साल यानी 1 जनवरी 2020 को इस दुनिया में आए, क्योंकि नए साल की खुशी तो होगी ही साथ में बच्चे की खुशी डबल बोनस जैसा होगा. ये तमाम पेसेंट्स डॉक्टर की क्लीनिक में अंडर आब्जर्वेशन में रखे गये हैं.
ये कहानी सिर्फ एक क्लिनिक या नर्सिंग होम की नहीं है. पटना के कई गॉयनकोलॉजिस्ट के पास ऐसे ही डिमांड्स के साथ पैरेंट्स पहुंच रहे हैं. नये साल में बेबी 2020 की चाहत ने पटना में एक नए ट्रेंड को डेवलप कर दिया है.