Ancient Beauty Secrets: प्राचीन समय में स्किन को ग्लोइंग रखने के लिए शहद का भी काफी इस्तेमाल किया जाता है. शहद में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण त्वचा को मुलायम बनाने के साथ ही इससे जले हुए निशानों को ठीक करने में मदद करता है.
नई दिल्ली: Ancient Beauty Secrets: प्राचीन समय में महिलाओं की खूबसूरती देखने लायक होती थी. उनकी दमकती त्वचा से लेकर लंबे बाल तक बेहद आकर्षक लगते थे. बता दें कि प्राचीन समय में महिलाएं खूबसूरत लगने के लिए इन नेचुरल चीजों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करती थीं.
केसर: दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक केसर चेहरे की रंगत सुधारने के लिए जाना जाता है. इसका इस्तेमाल आप अपने चेहरे की त्वचा को टोन करने के लिए कर सकते हैं. साथ ही यह स्किन को टैनिंग से भी बचा सकता है. आप केसर को गुलाब जल में भिगोकर इसे रुई की मदद से चेहरे पर लगा सकते हैं.
शहद: प्राचीन समय में स्किन को ग्लोइंग रखने के लिए शहद का भी काफी इस्तेमाल किया जाता है. शहद में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण त्वचा को मुलायम बनाने के साथ ही इससे जले हुए निशानों को ठीक करने में मदद करता है. नियमित जले हुए जगह पर शहद लगाने से यह जल्दी ठीक हो सकता है.
नीम: नीम हमारे चेहरें, बाल और ओरल हेल्थ के लिए काफी फायदमेंद माना जाता है. प्राचीन समय में इसका खूब उपयोग किया जाता था. नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर रुई की मदद से इस पानी को चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बे और मुंहासे साफ होते हैं. बालों से रूसी हटाने के लिए आप इसकी जड़ों में नीम के तेल से मालिश कर सकते हैं. इसके अलावा दांत और मसूड़े हेल्दी रखने के लिए नीम की दातुन से मंजन भी कर सकते हैं.
आंवला: प्राचीन समय में महिलाओं के बाल बेहद काले, घने और लंबे होते थे. इसके लिए वे आंवले का इस्तेमाल करते थे. आंवले में मौजूद विटामिन C बालों के झड़ने को रोक सकता है. इसके लिए आप 2 चम्मच आंवला पाउडर या जूस में बराबर मात्रा में नींबू का रस मिलाकर स्कैल्प पर लगा दें. ोबाद में गर्म पानी से अपने बाल धो लें.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.