वाराणसी: ज्योतिष की दृष्टि से साल का आखिरी सूर्यग्रहण बेहद खास है. इस मौके पर 296 सालों बाद ग्रहों का अद्भुत संयोग बन रहा है.
पूरे देश पर प्रभाव डालेगा ग्रहण
वाराणसी के ज्योतिषियों के मुताबिक 26 दिसंबर को लगने वाला ये ग्रहण आने वाले साल में राजनीतिक उठा पटल के साथ ही कई लोगों की राशियों को भी प्रभावित करेगा.
साल के अंतिम सूर्य ग्रहण को लेकर वाराणसी की ज्योतिषियों ने मंथन करना शुरू कर दिया है. ये सूर्य ग्रहण जिस राशि पर लग रहा है उस राशि पे छः ग्रहों की युति होगी और इस तरह का संयोग 296 वर्ष पहले बना था. जिसके बाद अब जाकर यह योग वापस लौटा है. इस ग्रहण का प्रभाव देश के लिए अनुकूल नही रहने की आशंका है.
ये सूर्य ग्रहण धनु राशि पर लग रहा है. इस राशि पर छः ग्रहों की युति होगी जिसका देश पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने वाला है. सूर्य ग्रहण का प्रभाव लोगो की राशियों पर भी पड़ेगा जिसका भौतिक दैहिक और दैविक प्रभाव पड़ेगा.
ये है ग्रहण का काल
26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण गुरुवार को सुबह 8 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर 11 बजकर 14 मिनट तक चलेगा. जिसका सूतक काल 12 घंटे पहले लग जाता है इस दौरान सभी मंदिरों के कपाट बंद हो जाते है और जातक को गंगा स्नान और भजन कीर्तन के साथ पूजा पाठ करना चाहिए जिससे उनके राशियों पर जो ग्रहण का प्रभाव पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है वो कम हो सके.
सूर्यग्रहण के ये हैं कुप्रभाव
साल के अंतिम और नया वर्ष शुरू होने से पहले पड़ने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर ज्योतिषियों ने बताया है कि इस ग्रहण के कारण देश मे राजनीतिक उठा पटक हो सकती है. लोग मानसिक अशांति से जूझेंगे. जिसकी वजह से समाज मे विघटनकारी विचारों का उदय होगा.
ये भी पढ़ें- सूर्यग्रहण के दौरान क्या करें और क्या ना करें