सनातन धर्म में मंत्रों शक्ति की शक्तियों का जिक्र कई जगह किया गया है. यही कारण है कि अक्सर धार्मिक गुरुओं की तरफ से मंत्रों के सही उच्चारण के साथ जप पर जोर दिया जाता है. मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि इससे अनिष्टकारी बाधाओं को बड़ी ही आसानी से दूर किया जा सकता है.
प्रशासन इस बात पर सख्त है कि अगर कोई Haridwar Mahakumbh में SOP का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. SOP प्रतिबंध कुंभ मेला क्षेत्र में और मेला अवधि तक ही लागू होंगे.
कुंडली में मंगल-शुक्र और सप्तमेश की युति बनाते हैं तो प्रेम विवाह होता है. वहीं अगर आपके बच्चे पढ़ाई से जी चुरा रहे हैं और दूर भागते हैं तो बच्चे की स्टडी टेबल पर शुक देव यानि तोते की तस्वीर लगा दें.
मिथुन राशि के लोग आज योजना नहीं बनाएंगे तो नुकसान होगा. छात्रों का पढ़ाई में कम मन लगेगा. हिम्मत और हौसला बुलंद रहेगा. हर काम में सफलता मिलनी निश्चित है.
आज सोमवार है. इसी महीने महादेव का पवित्र व्रत और उत्सव शिवरात्रि होने वाला है. आज से ही महादेव की आराधना करना शुरू कर दें. सोमवार के दिन शिव जी का दूध से अभिषेक करना आपके लिए लाभप्रद हो सकता है. ऐसा कर आप जीवन में आने वाले सभी दुखों से मुक्ति पा सकते हैं.
कुंडली में बुध ग्रह के कमजोर होने पर दांत की समस्या बनी रहती है. वहीं अगर आपकी कुंडली मीन लग्न की है और राशि धनु है, तो ऐसे में करियर के घर में राहु बैठने से परेशानी होती है.
अंग्रेजी शासन काल में प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले को बाधित करने की कोशिश की गई थी. इस दौरान पहले तो माघ मेले को बंद कराने की ही कोशिश की गई. दरअसल अंग्रेजों में 1857 की क्रांति के बाद एक भय बैठ गया था कि भारतीय कहीं भी ऐसी एक जगह अगर बिना किसी पूर्व सूचना के इकट्ठे हो सकते हैं तो वह कुछ भी कर सकते हैं.
मिथुन राशि के लोगों के लिए जरूरी है कि आज के मनोरंजन में बाहर की गतिविधियों और खेल-कूद को शामिल करें. वृषभ राशि के लोग किसी पुराने दोस्त से मिलकर खुश हो जाएंगे.
सनातन परंपरा में ‘भगवान सत्यनारायण’ को भगवान विष्णु जी का ही एक स्वरूप माना गया है. ऐसे में हर माह सत्यनारायण की पूजा अर्चना किये जानें का विधान है. जिसके लिए हर महीने पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की आराधना करते हुए उनका व्रत किया जाता है.
मिथुन राशि के लोगों को आज शारीरिक कष्ट होने के योग बन रहें हैं. व्यर्थ की टेंशन लेने से बचें. आज एक तरफ से कुछ आर्थिक नुकसान होगा. परन्तु अच्छी बात ये होगी की दूसरी तरफ से उतना ही लाभ आपको प्राप्त होगा.
ज्योतिषशास्त्र में अतिगण्ड योग अशुभ योगों में से एक माना जाता है. इस योग में जन्म लेने वाले व्यक्ति के स्वभाव और व्यक्तित्व के विषय में कहा जाता है कि इनका व्यवहार ऐसा होता है जिससे इनके कुल परिवार की मर्यादा पर हानि आती है.