नई दिल्ली: गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने शानदार कीर्तिमान रचा. उन्होंने पैरालंपिक के लिये क्वालीफाई किया. कोरोना काल में नोएडा के डीएम रहते हुए सुहास ने सराहनीय काम किया.
पैरालंपिक के लिये क्वालीफाई
गौतमबुद्धनगर के डीएम सुहास एलवाई और 2007 बैच के IAS अधिकारी टोक्यो में होने वाले पैरालिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे. उन्हें बाइपार्टाइट कोटा के तहत अगस्त में जापान के टोक्यो में होने वाले पैरालिंपिक में एंट्री मिली है.
पैरा बैडमिंटन टीम में इनके अलावा 6 और सदस्य हैं. बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन द्वारा सुहास को पैरालंपिक के लिए चयन किया गया है. पैरा ओलंपिक का आयोजन टोक्यो ओलंपिक गेम्स खत्म होने के बाद अगले महीने होगा.
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पहले भी खेल में नाम कर चुके हैं रोशन
सुहास एलवाई देश के पहले ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें पैरालिंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिला है. सुहास इससे पहले युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनैशनल टूर्नामेंट में कांस्य पदक और तुर्की इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष सिंगल्स का खिताब जीत चुके हैं. 2016 में चीन में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में पुरुषों के एकल स्पर्धा में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था.
पिछले साल बने थे नोएडा के डीएम
पिछले कोरोना काल में सुहास को मुख्यमंत्री योगी ने गौतमबुद्धनगर का डीएम नियुक्त किया था. तब से लेकर दूसरी लहर तक उन्होंने जो काम किया है उसकी तारीफ सभी लोग कर रहे हैं. भारत के पहले अधिकारी का गौरव भी उन्हें मिल गया है जसने पैरांलपिक में शिरकत की हो. प्रयागराज में साल 2019 में जब कुंभ का आयोजन हुआ था उस वक्त सुहास ही प्रयागराज के डीएम थे.
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