नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि 2020 में सिविल सेवा परीक्षा में शामिल नहीं हो सके उम्मीदवारों को दोबारा मौका नहीं मिलेगा.
नहीं आया कोई प्रस्ताव- केंद्र
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2020 सिविल प्रतियोगियों को एक और अवसर देने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दिया बयान
उनसे सवाल किया गया था कि क्या सरकार सिविल सेवा परीक्षा के उन सभी उम्मीदवारों को एक और अवसर मुहैया कराने पर विचार कर रही है जो 2020 में परीक्षा में नहीं बैठ पाए थे.
सिंह ने इसके जवाब में कहा, ‘‘जी, नहीं. ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है.’’
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा हर साल सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है तो तीन चरणों-प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार- में होता है. इस परीक्षा के जरिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईएफएस) सहित अन्य अधिकारियों का चयन किया जाता है.
उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के कारण सिविल परीक्षा भी स्थगित करनी पड़ी थी. बाद में जब परीक्षा हुई तो कई छात्र परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सके.
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