अहमदाबाद: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले दो टेस्ट मैच में स्पिन गेंदबाजी चर्चा का मुख्य केंद्र रही. दोनों ही टीमों ने शुरुआती दोनों टेस्ट में स्पिनर्स को वरीयता दी. पहले टेस्ट मैच में जहां इंग्लैंड ने डॉम बीस और जैक लीच जैसे स्पिनर्स के साथ जीत हासिल की.
वहीं भारतीय टीम की गेंदबाजी की कमान रविचंद्रन अश्निन, शाहबाज नदीम और वॉशिंगटन सुंदर ने संभाली. वहीं दूसरे टेस्ट में एक बार फिर रविचंद्रन अश्निन ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए परेशानी खड़ी की वहीं मोईन अली ने इंग्लैंड की ओर से कहर ढाया.
तेज गेंदबाजों की ओर मुड़ गई हैं नजरें
दोनों टीमें जब अहमदाबाद में नवनिर्मित मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में एक दूसरे से दूधिया रोशनी के नीचे पिंक बॉल के साथ दो-दो हाथ करने पहुंची हैं तो हर किसी का ध्यान स्पिनर्स से हटकर तेज गेंदबाजों की ओर मुड़ गया है. भारतीय सरजमीं पर खेला जाने वाला यह दूसरा पिंक बॉल टेस्ट होगा.
इससे पहले साल 2019 में कोलकाता में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए पिंक बॉल टेस्ट में इशांत शर्मा ने कहर परपाते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई थी. ऐसे में भारतीय टीम जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड जैसे गेंदबाजों का मुकाबला करने के लिए सही तेज गेंदबाजी संयोजन की तलाश कर रही है. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल होने वाले उमेश यादव भी फिट होकर टीम के साथ जुड़ गए हैं.
'36 के आंकड़े' को भुलाकर उतरेगी टीम इंडिया
हर कोई ये जानना चाहता है कि मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम में पिच का मिजाज कैसा होगा और ये पिच किस तरह के गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होगी. एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम के लिए डे-नाइट टेस्ट बुरे सपना साबित हुआ था.
मैच की दूसरी पारी में टीम इंडिया महज 36 रन पर ढेर हो गई थी और मैच गंवा दिया था. ऐसे में टीम इंडिया के सामने उस मैच की यादें भी ताजा होंगी.
पेसर्स ने झटके हैं स्पिनर्स की तुलना में तीन गुना विकेट
डे-नाइट टेस्ट के आगाज के बाद से 6 साल में अबतक कुल 15 मैच पिंक बॉल के खेले जा चुके हैं. इस दौरान तेज गेंदबाजों ने जमकर कहर परपाया है और विरोधी टीमों के लिए परेशानी का सबब बने हैं.
अब तक खेले 15 डे-नाइट टेस्ट में तेज गेंदबाजों ने 24.47 के शानदार औसत से 354 विकेट झटकने में सफल रहे हैं जबकि स्पिनर्स का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. स्पिन गेंदबाज इस दौरान 35.38 के औसत से 115 विकेट हासिल कर सके हैं.
इडेन गार्डन्स में अश्निन जडेजा ने की थी केवल 7 ओर गेंदबाजी
इडेन गार्डन्स में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में रविचंद्रन अश्निन और रवींद्र जडेजा को दोनों पारियों में केवल 7 ओवर गेंदबाजी का मौका मिला था. ऐसे में भारतीय टीम केवल एक स्पिनर और स्पिन ऑलराउंडर के साथ मैदान में उतर सकती है.
मोटेरा के मैदान पर फिलहाल बहुत घास है और पिच को दूस से देख पाना आसान नहीं है. ऐसे में आखिरी दिन ही पता चलेगा कि क्यूरेटर कितनी घास पिच पर छोड़ेंगे. इस जानकारी पर दोनों टीमों की एकादश निर्भर करेगी.
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