नई दिल्ली: बर्मिंघम के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे 5वें टेस्ट मैच में बायें हाथ के भारतीय बैटर्स का जलवा देखने को मिल रहा है. जहां पर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने ऋषभ पंत (146), रविंद्र जडेजा (104) और जसप्रीत बुमराह (31) की शानदार पारियों के दम पर 416 रनों का स्कोर खड़ा किया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने इस मैच में खराब शुरुआत करते हुए महज 98 रन के स्कोर पर 5 विकेट खो दिये थे, लेकिन इसके बावजूद पंत और जडेजा की शतकीय पारियों के दम पर वो इस स्कोर को 400 के पार पहुंचाने में कामयाब रही.
क्रिकेट के इतिहास में यह महज तीसरी बार ही देखने को मिला है जब भारतीय टीम ने अपने पहले 5 विकेट 100 रन के अंदर खो देने के बावजूद 400 से ज्यादा रनों का स्कोर खड़ा किया है. भारतीय टीम ने सबसे पहले यह कारनामा 1983 में किया था जब उसने वेस्टइंडीज के खिलाफ 92 रन के स्कोर पर 5 विकेट खो देने के बाद भी 451 रन का स्कोर खड़ा किया था तो वहीं पर साल 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 83 रन पर 5 विकेट खो देने के बाद 453 रन बनाये थे.
बर्मिंघम में शतक जड़ने वाले चौथे भारतीय बैटर बने जडेजा
भारतीय टीम के लिये ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा ने छठे विकेट के लिये 222 रनों की साझेदारी कर पारी को संभाला था, हालांकि जो रूट ने पंत का विकेट लेकर इस साझेदारी को तोड़ने का काम किया. पंत के आउट होने के बाद जडेजा ने दूसरे छोर से रन बनाना जारी रखा और शनिवार को मैटी पॉटस की गेंद पर चौका जड़कर अपना टेस्ट शतक पूरा किया. इसके साथ ही जडेजा एजबास्टन के मैदान पर शतक जड़ने वाले चौथे भारतीय और 81वें बैटर बन गये हैं.
धोनी-कपिल की लिस्ट में शुमार हुए जडेजा
जडेजा से पहले ऋषभ पंत ने इसी मैच में शतक जड़कर अपना नाम इस फेहरिस्त में शामिल किया था तो वहीं पर सचिन तेंदुलकर (122, 1996) और विराट कोहली (149, 2018) का नाम भी शामिल है. जडेजा ने इस शतक के साथ ही अपना नाम उन खिलाड़ियों की लिस्ट में भी शामिल कर लिया जिन्होंने 7 या उससे नीचे क्रम पर बैटिंग करते हुए भारत के लिये दो शतकीय पारियां जड़ने का काम किया है. इस लिस्ट में कपिल देव (1986), महेंद्र सिंह धोनी (2009), हरभजन सिंह (2010) और अब रविंद्र जडेजा (2022) का नाम भी शामिल हो गया है.
गांगुली के खास क्लब में शामिल हुए पंत-जडेजा
इसके साथ ही यह सिर्फ तीसरी बार ही देखने को मिला है जब भारतीय टीम के लिये एक ही पारी में दो बायें हाथ के बैटर्स ने शतक जड़ने का काम किया है. भारत के लिये एस रमेश (110) और सौरव गांगुली (125) ने सबसे पहले 1999 में यह कारनामा कीवी टीम के खिलाफ किया था, जिसके बाद गांगुली ने (239) युवराज सिंह (169) के साथ पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु के मैदान पर दोहराया। वहीं अब ऋषभ पंत (146) और रविंद्र जडेजा (104) भी इस खास क्लब में शामिल हो गये हैं.
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