वन नेशन, वन राशन कार्ड स्कीम की सभी जरूरी बातें, जो आप जानना चाहते हैं

वन नेशन वन राशन कार्ड योजना को आसान भाषा में समझें तो यह मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) की तरह है. जैसे एक राज्य से दूसरे में जाने पर आपको सिर्फ नेटवर्क बदलने की जरूरत होती है, लेकिन नंबर वही रहता है. ऐसे ही अब आपका राशन कार्ड भी नहीं बदलेगा. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 1, 2020, 06:25 PM IST
    • स्कीम का फायदा लेने के लिए आपके पास दो जरूरी दस्तावेज राशन कार्ड और आधार कार्ड होने चाहिए
    • दूसरे राज्य में भी जाने पर नहीं बदलेगा राशन कार्ड
वन नेशन, वन राशन कार्ड स्कीम की सभी जरूरी बातें, जो आप जानना चाहते हैं

नई दिल्लीः 1 जून को केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने घोषणा करते हुए बताया कि देश में वन नेशन, वन राशन कार्ड स्कीम लागू कर दी गई है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अगले साल के मार्च तक इस योजना से पूरे देश को जोड़ना है. 
1 जून 2020 से लागू होने वाली इस योजना का फायदा उन लोगों को मिलेगा, जो अपने गृह राज्य को छोड़ दूसरे राज्य में रह रहे हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मुताबिक, देश के 23 राज्यों में मौजूद 67 करोड़ राशनकार्ड धारकों को अगस्त 2020 तक नेशनल पोर्टेबिलिटी से जोड़ दिया जाएगा. मार्च 2021 तक 100 फीसदी आबादी इसका हिस्सा होगी. वन नेशन वन कार्ड से जुड़ी सभी जानकारी. 

सबसे पहले, इस योजना को समझते हैं
वन नेशन वन राशन कार्ड योजना को आसान भाषा में समझें तो यह मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) की तरह है. जैसे एक राज्य से दूसरे में जाने पर आपको सिर्फ नेटवर्क बदलने की जरूरत होती है, लेकिन नंबर वही रहता है. ऐसे ही अब आपका राशन कार्ड भी नहीं बदलेगा.

यानी कि एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर आप अपने राशन कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं. दूसरे राज्य से भी सरकारी राशन खरीद सकेंगे. इसके लिए किसी नए राशन कार्ड की जरूरत नहीं होगी. आपका पुराना राशन कार्ड ही इसके लिए पूरी तरह मान्य होगा.

यह होगा इस योजना का फायदा
अभी कोरोना महामारी के संकट में मजदूरों की परेशानी सभी ने देखी. वन नेशन वन राशन कार्ड का फायदा कार्ड रखने वाले सभी लोगों को मिलेगा. सबसे बड़ा फायदा प्रवासी मजदूरों को होगा. किसी भी राज्य से सरकारी रेट पर अनाज ले सकेंगे. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के मुताबिक, देश के 81 करोड़ लोग जन वितरण प्रणाली के जरिए राशन की दुकान से 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल और दो रुपये प्रति किलो की दर से गेहूं और एक रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मोटा अनाज खरीद सकते हैं.

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ये डॉक्यूमेंट्स होंगे जरूरी
वन नेशन वन राशन कार्ड का फायदा लेने के लिए आपके पास दो जरूरी दस्तावेज होने चाहिए. सबसे पहला आपका राशन कार्ड और दूसरा आधार कार्ड. अगर लाभार्थी यानी आप किसी दूसरे राज्य में जाकर राशन कार्ड का फायदा उठाना चाहते हैं तो आपका वेरिफिकेशन आधार नंबर के जरिए होगा. हर राशन कार्ड की दुकान पर एक इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल डिवाइस होगी. इससे ही आधार नंबर के जरिए लाभार्थी का वेरिफिकेशन होगा.

स्कीम से क्या-क्या होगा फायदा

  • स्कीम का सबसे बड़ा फायदा गरीबों को मिलेगा.
  • एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट होने वालों को मिलेगा फायदा.
  • फर्जी राशन कार्ड पर रोक लगाने में भी मदद मिलेगी.
  • सभी राशन कार्डों को आधार कार्ड से जोड़ने और प्वाइंट ऑफ सेल (Point of Sale, PoS) मशीन के जरिए अनाज बांटने की व्‍यवस्‍था जल्द शुरू होगी.
  • 85 फीसदी आधार कार्ड पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन से जुड़ चुके हैं.
  • 22 राज्यों में 100 फीसदी पीओएस मशीन लग चुकी है.

10 अंकों का राशन कार्ड

केंद्र सरकार राज्यों को 10 अंकों का राशन कार्ड नंबर जारी करेगी. इस नंबर में पहले दो अंक राज्य कोड होंगे और अगले दो अंक राशन कार्ड नंबर होंगे. इसके अतिरिक्त राशन कार्ड नंबर के साथ एक और दो अंकों के सेट को जोड़ा जाएगा. इसे देश भर में लागू करने के लिए राशन कार्डों की पोर्टेबिलिटी की सुविधा होगी.

लागू हुई वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना, केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट करके दी जानकारी

 

 

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