नई दिल्ली. राहत तो हो जायेगी पर खात्मा भी हो जाएगा या नहीं - ये अभी कहाँ नहीं जा सकता. किन्तु ये सुसमाचार है कि एक ऐसी तारीख हम लोगों की जानकारी में आ गई है जहां पहुँच कर कोरोना महामारी की उफान ढलान में बदल जायेगी और हो जायेगी वास्तव में राहत. हालांकि भारत दो तारीखों का और भी इंतज़ार कर रहा है - एक है वैक्सीन की तारीख और दूसरी कोरोना-मुक्त भारत की.
बस चार महीने और
जो जानकारी सामने आई है वो बताती है कि बस चार माह और हमें बिताने हैं डर डर कर, उसके बाद हो जायेगी बड़ी राहत. कोई बड़ी बात नहीं, जिस तरह से हमने पिछले सात महीने काट लिए हैं, वैसे ही आगे के ये चार महीने भी कट जाएंगे. बस इस दौरान सावधानी वही रखनी है जैसी हम अब तक रखते आये हैं.
''आधी आबादी हो जायेगी संक्रमित''
इस जानकारी का अगला हिस्सा चिंता पैदा करता है. इसके अनुसार कोरोना का खतरा अभी लगातार फरवरी 2021 तक चलेगा और तब तक यह वायरस कम से कम देश की आधी आबादी को संक्रमित कर देगा. इसको सांख्यिकीय आंकड़ों की भाषा में समझें तो अगले चार माह में भारत में कोरोना रोगियों की कुल संख्या पैंसठ करोड़ हो चुकी होगी. ये सारा अनुमान भारत सरकार की ओर से बनाए गए विशेषज्ञों के पैनल के द्वारा जारी किया गया है.
अभी पीक आना बाकी है
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट बताती है कि यद्यपि अब तक दुनियाभर में कोरोना वायरस के कहर के बीच संक्रमित लोगों की कुल संख्या चार करोड़ से अधिक हो गयी है, तदापि ये महामारी का एक ही हिस्सा है जो सामने आया है, अभी इसका बड़ा हिस्सा आना बाकी है.