बाजार में हो सकती है दूध की किल्लत, हड़ताल पर गए डेयरी किसान

पीडीएफए के अध्यक्ष दलजीत सिंह सदरपुरा ने मीडिया को बताया कि कृषि के बाद पंजाब में डेयरी फार्मिंग आजीविका का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है. राज्य देश में वाणिज्यिक डेयरी फार्मिंग में नंबर एक स्थान पर है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 21, 2022, 09:37 PM IST
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बाजार में हो सकती है दूध की किल्लत, हड़ताल पर गए डेयरी किसान

चंडीगढ़: पंजाब के हजारों डेयरी किसान शनिवार को मोहाली में सरकारी वेरका दूध प्रोसेसिंग प्लांट में जमा हुए और दूध खरीद की कीमत में बढ़ोत्तरी को लेकर अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल पर जाने की घोषणा की. हड़ताल के बाद रविवार को पंजाब की दुग्ध सहकारी संस्था मिल्कफेड द्वारा चंडीगढ़, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में दूध और डेयरी उत्पादों की आपूर्ति प्रभावित होगी.

प्रोग्रेसिव डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन (पीडीएफए) के अध्यक्ष दलजीत सिंह सदरपुरा ने मीडिया को बताया कि कृषि के बाद पंजाब में डेयरी फार्मिंग आजीविका का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है. राज्य देश में वाणिज्यिक डेयरी फार्मिंग में नंबर एक स्थान पर है. पंजाब में डेयरी किसानों की संख्या पूरे देश की तुलना में अधिक है.

दो साल से नहीं हुई है कीमतों में वृद्धि

"आज हर डेयरी किसान वित्तीय संकट में जी रहा है. पिछले दो वर्षों में हमने महामारी के कारण दूध की कीमतों में वृद्धि पर कोई मुद्दा नहीं उठाया है, क्योंकि हम जानते हैं कि डेयरी किसानों सहित हर कोई संकट से गुजर रहा है."

उन्होंने कहा कि दो साल से अधिक समय से दूध की दरों में वृद्धि नहीं की गई है. लेकिन दूध उत्पादन पर खर्च मुख्य रूप से गेहूं और चारे पर होता है, जिसमें 75 प्रतिशत खर्च फीड पर होता है. सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्षों में गाय के चारे की दरें दोगुनी हो गई हैं, जो पिछले 25 वर्षों के डेयरी कारोबार में पहले कभी नहीं देखी गई थीं.

बैठक के बाद भी सरकार नहीं दे रही है ध्यान 

"चारा का प्रमुख घटक सोयाबीन है, जो एक साल पहले 3,200 रुपये प्रति क्विंटल था और फिर 10,000 रुपये तक पहुंच गया और अब 6,500 रुपये पर है और हमें वह नुकसान भी उठाना पड़ा."

उन्होंने कहा, "हमने नई सरकार के साथ कई बैठकें की, क्योंकि हम संकट से गुजर रहे हैं और सरकार से अन्य राज्यों की तरह डेयरी किसानों को मुआवजा देने की अपील की है. लेकिन सरकार हमारी मांगों पर ध्यान देने में विफल रही." पीडीएफए के प्रेस सचिव रेशम सिंह भुल्लर ने कहा कि वे दूध की कीमत में वृद्धि की मांग को लेकर आंदोलन जारी रखेंगे.

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