Corona से डरने वालों के लिए बड़ी Good News

कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया सहमी हुई है. हर तरफ खौफ का मंजर पसरा हुआ है. लेकिन, इस बीच इस महामारी से जुड़ी दो-दो अच्छी खबर सामने आ रही है. पहली अच्छी खबर भारत से है, तो दूसरी कोरोना के जन्मदाता देश चीन से है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 19, 2020, 06:44 PM IST
    1. Corona पर ICMR ने दिया Good News
    2. 'भारत में अभी 'कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन' के सबूत नहीं'
    3. चाइना से कोरोना वायरस पर दूसरी अच्छी खबर
Corona से डरने वालों के लिए बड़ी Good News

नई दिल्ली: भारत में कोरोना की चुनौती हर दिन बीतने के साथ बढ़ रही है. लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या अब लोगों को डराने लगी है लेकिन इसी बीच एक अच्छी खबर भी आई है. जो इस खतरनाक वायरस से भारत की लड़ाई के सही रास्ते पर चलने की गवाही दे रही है. खबर ये है कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानि आईसीएमआर ने कोरोना के टेस्ट के लिए जो 826 रैंडम सैंपल इकट्ठा किए थे, उनका टेस्ट निगेटिव आया है.

Corona पर ICMR ने दिया Good News

जिन लोगों के सैंपल लिए गए थे, वो ना तो विदेश गए थे और ना ही किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए थे जो विदेश गया हो. अगर इन नूमनों में से कुछ पॉजिटिव पाए जाते तो देश में कोरोना के तीसरे चरण में पहुंचने की संभावना बढ़ जाती लेकिन अब रिपोर्ट को देखकर लग रहा है कि कोरोना वायरस आम लोगों के बीच नहीं फैल रहा है. इस वायरस की चपेट में अभी तक वही लोग आए हैं जो विदेश से लौटे हैं या फिर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं. आईसीएमआर ने उन रिपोर्टों को खारिज किया है, जिनमें कहा गया था कि सरकार पर्याप्‍त लोगों का परीक्षण नहीं कर रही है.

ICMR के निदेशक डॉ. रमन आर. गंगाखेडकर ने बताया कि "अभी भी हम स्टेज-2 में हैं, स्टेज-2 में या तो वो इंपोर्टेड केस रहे नहीं तो वो जो लैब कनफर्म्ड केस है उनके संपर्क में आए वाले इंसानों को है. अब उनकी संख्या डिनॉमिनेटर वो छोटा होगा तो न्यूमरेटर भी जो होता है वो भी छोटा ही रहेगा. लेकिन, इसका मतलब ये नहीं है कि डिनॉमिनेटर उतना ही रहते हुए मेरे ऊपर का जो मैं गिन रहा हूं वो छोटा नहीं होगा वो बड़ा होगा."

'भारत में अभी 'कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन' के सबूत नहीं'

ये रिपोर्ट बता रही है कि भारत में अभी 'कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन' के सबूत नहीं मिले हैं. कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन थर्ड स्‍टेज होती है. यह तब आती है जब एक बड़े इलाके के लोग वायरस से संक्रमित पाए जाते हैं. कम्युनिटी ट्रांसमिशन में कोई ऐसा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है जो न तो कोरोना वायरस से प्रभावित देश से लौटा है और न ही वह किसी दूसरे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो.

इस स्टेज में यह पता नहीं चलता कि कोई व्यक्ति कहां से संक्रमित हो रहा है. अभी देश में कोरोना वायरस दूसरे चरण यानी लोकल ट्रांसमिशन के स्‍टेज में है. यह तब आती है जब विदेश से लौटे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से उसके परिजन, रिश्तेदार आदि संक्रमित होना शुरू होते हैं. लोकल ट्रांसमिशन में यह पता होता है कि वायरस कहां से फैल रहा है. इस तरह उस स्रोत के संपर्क में आए लोगों की पहचान आसान होती है.

चाइना से कोरोना वायरस पर दूसरी अच्छी खबर

कोरोना वायरस को लेकर दूसरी अच्छी खबर चीन से आई है. किलर वायरस कोरोना का गढ़ रहे चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस का 'शून्‍यकाल' शुरू हो गया है. चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को दावा किया कि बुधवार को हुबेई प्रांत के वुहान में कोरोना के संक्रमण का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया. वुहान में एक भी मामला सामने नहीं आने से ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि कोरोना चीन से विदा ले रहा है. इससे पहले फरवरी महीने में जब हुबेई प्रांत में यह वायरस अपने चरम पर था तब एक दिन में हजारों मामले सामने आते थे. अब यह आंकड़ा शून्य पर पहुंच गया है.

वुहान में करीब 1 करोड़ 10 लाख लोग रहते हैं. उन्‍हें 23 जनवरी से बहुत कठिन परिस्थिति में अलग-थलग होकर जीवन गुजारना पड़ रहा है. पूरे हुबई प्रांत को ही लॉकडाउन कर दिया गया था लेकिन अब ऐसी खबरें हैं कि हुबई प्रांत के कुछ हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है.

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यही नहीं चीन में अब छोटे शहरों में स्‍वस्‍थ लोगों को काम पर जाने या अपने गृहराज्‍य जाने की छूट दी जा रही है. चाइना डेली की रिपोर्ट के मुताबिक अगर अगले 14 दिनों तक वुहान से कोरोना से संक्रमण का कोई मामला नहीं आता है तो वहां से लॉकडाउन को धीरे-धीरे खत्‍म किया जा सकता है. हालांकि कोरोना का वायरस दोबारा हमला न करे इसके लिए बचाव उपाय जारी रहेंगे.

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