Study: हार्ट को 97 प्रतिशत तक डैमेज कर सकता है स्ट्रेस, शरीर को ऐसे बनाता है खोखला

Mental Health: लंबे समय तक काम को लेकर चिंतित रहना आपके लिए एक छोटे से सिरदर्द से भी ज्यादा हो सकता है. हाल ही में सामने आई एक स्टडी में पाया गया कि तनाव आपके हार्ट को नुकसान पहुंचाकर हृदय रोग का खतरा बढ़ाता है. 

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Aug 19, 2024, 07:47 AM IST
  • वर्कप्लेस में तनाव हार्ट को करता है डैमेज
  • स्ट्रेस के कारण दिमाग होता है कमजोर
Study: हार्ट को 97 प्रतिशत तक डैमेज कर सकता है स्ट्रेस, शरीर को ऐसे बनाता है खोखला

नई दिल्ली: Mental Health:  अक्सर लोग काम को लेकर तनाव में रहते हैं. ये आम बात है, लेकिन इसके चलते अगर आपके हाथ पसीने से तर हो जाते हैं, आपको बार-बार घबराहट होने लगती है, दिमाग में विचार घोड़े से भी तेज दौड़ने लगते हैं या फिर किसी मीटिंग से पहले आपको वॉशरूम की तरफ भागने के लिए मजबूर होना पड़ता है तो यह स्ट्रेस का संकेत है, जो शायद आपको पता न हो. 

हृदय 
ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं रहता कि तनाव किस तरह से हमारे शरीर के अंदरूनी हिस्से को प्रभावित करता है. लंबे समय तक काम को लेकर चिंतित रहना आपके लिए एक छोटे से सिरदर्द से भी ज्यादा हो सकता है. हाल ही में सामने आई एक स्टडी में पाया गया कि तनाव आपके हार्ट को नुकसान पहुंचाकर हृदय रोग का खतरा बढ़ाता है. कनाडा के क्यूबेक स्थित ' लावल यूनिवर्सिटी' की ओर से की गई एक स्टडी के मुताबिक वर्कप्लेस में ज्यादा तनाव लेना एट्रियल फिब्रिलेशन ( AF) के खतरे को बढ़ाता है, जिससे 97 प्रतिशत हार्ट डैमेज होने का खतरा रहता है. 

ब्रेन
' कैंब्रिज यूनिवर्सिटी' में पब्लिश एक ब्रिटिश स्टडी के मुताबिक तनावपूर्ण नौकरी युवाओं में डिप्रेशन का खतरा दो गुना ज्यादा बढ़ाती है. 'किंग्स कॉलेज लंदन' के वैज्ञानिकों के मुताबिक अत्धिक मांग वाली नौकरियों में 10 प्रतिशत पुरुष और 14 प्रतिशत महिलाएं तनावग्रस्त होती हैं. इसमें 45 प्रतिशत तनाव सिर्फ काम की वजह से होता है. 

फर्टिलिटी 
'ह्यूमन रिप्रोडक्शन' नाम की एक मैग्जीन में पब्लिश साल 2014 की एक स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं बेहद ज्यादा तनाव महसूस करती हैं, उनके गर्भवती होने की संभावना उन महिलाओं की तुलना में 29 प्रतिशत कम होती है, जो कम तनावग्रस्त होती हैं. अमेरिका की 'ओहियो यूनिवर्सिटी' के वैज्ञानिकों के मुताबिक तनाव महिलाओं में ओव्यूलेशन को डिस्टर्ब करता है और पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी को प्रभावित करता है, जिससे कपल्स के लिए गर्भधारण करना बेहद कठिन हो सकता है.  

इम्यूनिटी 
'प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' में पब्लिश 'विस्कॉन्सिन मैडिसन यूनिवर्सिटी' की एक स्टडी में पाया गया कि क्रॉनिक स्ट्रेस हमारी इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि स्ट्रेस होने पर हमारा शरीर कॉर्टिसोल छोड़ता है, जो तनाव कम करने में मदद करता है, हालांकि ज्यादा तनाव लेने पर शरीर को यह ज्यादादा रिलीज करना पड़ता है, जिससे हमारी इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है.  

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी स्टडी पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.

 

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