दिल्ली: शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई बड़े फैसले लिये गये. सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को होली का तोहफा देते हुए उनके महंगाई भत्ते में 4 फीसदी की वृद्धि की है. महंगाई भत्ते को 17 फीसदी से बढ़ाकर 21 फीसदी किया गया है. केंद्र सरकार का यह फैसला 1 जनवरी, 2020 से प्रभावी होगा. इससे लगभग 1 करोड़ 30 लाख लोगों को लाभ मिलेगा.
आपको बता दें कि इस बार अर्थव्यवस्था में चल रही गिरावट के बीच लोगों को ये उम्मीद नहीं थी कि सरकार इस बार कर्मचारियों को कोई बड़ी खुशखबरी देगी लेकिन इस फैसले से लोगों में खुशी देखी जा रही है.
पिछले साल भी बढ़ा था भत्ता
इससे पहले 10 अक्टूबर 2019 को भी केंद्रीय कर्मचारियों को यह राहत मिली थी. तब मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पांच फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया था. इस फैसले के बाद अब महंगाई भत्ता 12 से बढ़कर 17 फीसदी हो गया था. केंद्र सरकार के इस फैसले से लगभग 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा हुआ था. इस बार सरकार के इस फैसले से 1.3 करोड़ लोगों को फायदा होगा.
मंहगाई भत्ता बढ़ने से क्या होगा लाभ
केन्द्रीय कर्मचारियों के डीए में 4 फीसदी की बढ़ोतरी का मतलब है कि हर महीने की सैलरी में 720 रुपये से 10,000 रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी होगी. केंद्र सरकार ने पहले कहा था कि महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) 1 जनवरी 2020 से केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए देय था. देय डीए/डीआर का भुगतान इस महीने किया जाएगा क्योंकि यह सामान्य रूप से किया जाता है.
मार्च और सितंबर महीने में होता है डीए का भुगतान
महंगाई भत्ता और महंगाई राहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स को हर साल क्रमश: एक जनवरी और एक जुलाई से दिया जाता है और इसका भुगतान क्रमश: मार्च और सितंबर महीने में किया जाता है. आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था में सुस्ती आ गयी है. कई दिनों से विदेशी निवेशकों का आना कम हो गया है जिससे सेंसेक्स में भारी गिरावट दर्ज की गयी है.
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