चंबल जैसे पिछड़े इलाकों के लिए वरदान साबित होगा सरकार का यह फैसला, जानिए कैसे

केंद्रीय मंत्री मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक 8,250 करोड़ रुपये का चंबल एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के दूरदराज के इलाकों के गरीबों और आदिवासियों के लिए पासा पलटने वाला साबित हो सकता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 8, 2020, 11:12 AM IST
    • केंद्रीय मंत्री मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक 8,250 करोड़ रुपये का चंबल एक्सप्रेसवे पिछड़े इलाके के लिए वरदान साबित होगा
    • तीनों राज्यों के किसानों को इससे सबसे अधिक फायदा होगा, मुंबई तक आसानी से भेज सकेंगे अपने उत्पाद
चंबल जैसे पिछड़े इलाकों के लिए वरदान साबित होगा सरकार का यह फैसला, जानिए कैसे

नई दिल्लीः केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक सड़क परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान को आपस में जोड़ने की की तैयारी की है. मंत्रालय इसके लिए एक एक्सप्रेस वे बनाने जा रहा है. इससे तीनों राज्यों के किसानों और अति पिछड़े इलाकों के काफी फायदा होगा. 

चंबल क्षेत्र के लिए होगा प्रमुख विकास
इसका ऐलान सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बीते शनिवार को किया है. केंद्रीय मंत्री मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक 8,250 करोड़ रुपये का चंबल एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के दूरदराज के इलाकों के गरीबों और आदिवासियों के लिए पासा पलटने वाला साबित हो सकता है.

गडकरी ने कहा कि प्रस्तावित एक्सप्रेसवे दूरदराज के आदिवासियों और गरीबों के लिए पासा पलटने वाला साबित हो सकता है. खासकर चंबल क्षेत्र के लिए जो देश के सबसे पिछड़े क्षेत्रों में आता है. 

किसानों को अधिक फायदा
गडकरी ने शनिवार को इन राज्यों से कहा कि वे इस प्रोजेक्‍ट के लिए भूमि अधिग्रहण, पर्यावरण मंजूरी और टैक्‍स राहत के काम में तेजी लाएं. यह परियोजना स्वर्णिम चतुर्भुज. दिल्ली-कोलकाता गलियारे, उत्तर-दक्षिण गलियारे, पूर्व-पश्चिम  गलियारे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी.

गडकरी के मुताबिक तीनों राज्यों के किसानों को इससे सबसे अधिक फायदा होगा. वे अपने उत्पाद दिल्ली और मुंबई के बाजारों में आसानी से भेज सकेंगे. 

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