नई दिल्ली: कुछ दिनों से गर्मी बढ़ी है और देश में कई स्थानों पर लोग AC का उपयोग भी करने लगे हैं. ऐसे में लोगों की चिंता सवाल बन कर सामने आ रही है कि क्या AC चलाना ख़तरनाक है?
AC हो सकता है कोरोना का मददगार
जो लोग AC का इस्तेमाल कर रहे हैं उनके सवाल का जवाब ये है कि AC एक ज़रिये कोरोना वायरस फ़ैल सकता है, इसमें को संदेह नहीं है. लेकिन यदि इसका प्रयोग सावधानी से किया जाए तो डरने की कोई बात नहीं है.
सोशल मीडिया पर जताई जा रही है चिंता
ये चिंता सवाल बन कर तब उभरी जब गर्मी बढ़ने पर लोगों ने AC का उपयोग शुरू किया और इसी के साथ ही सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर भी कई ऐसे संदेश और दावे शेयर किए जा रहे हैं कह रहे हैं कि AC से कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का संकट बढ़ जाता है. लोग अब AC इस्तेमाल तो कर रहे हैं लेकिन शंका और चिंता के साथ.
AC का सही प्रयोग करें तो चिंता की बात नहीं
भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने अपने एक टीवी इंटरव्यू में इस बात पर प्रकाश डाला. डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि एसी चलाना अपने आप में कोई समस्या नहीं है, समस्या इसके क्रॉस वेंटिलेशन से जुडी हुई है.
विंडो AC में एक्जहॉस्ट का ध्यान रखें
घर के विंडो एसी में आपके कमरे की हवा बाहर या दूसरे कमरों में नहीं जाएगी. इसलिए घर में विंडो एसी या गाड़ी में लगा एसी चलाने में कोई समस्या नहीं है परन्तु कमरे में लगे विंडो एसी का एक्जहॉस्ट को ढंग से लगाएं ताकि उसकी हवा बाहर न जाए और यदि जाए तो ऐसे स्थान पर न जाये जहां लोग एकत्रित हों.
सेंट्रलाइज़्ड AC चिंता का विषय है
डॉ. गुलेरिया के अनुसार सेंट्रलाइज़्ड AC समस्या बन सकती है. दफ़्तर या सार्वजनिक जगहों पर ज्यादातर सेंट्रल एसी होता है जो कि हवा को दूसरे कमरों में सर्कुलेट करता है. ऐसे में अगर किसी कमरे में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति खांस दे तो ऑफिस के दूसरे कमरों में हवा से संक्रमण जा सकता है. इसलिए अब सेंट्रल AC की जगह विंडो AC इस्तेमाल करने होंगे.
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