चीन पर अंतर्राष्ट्रीय शिकंजा, कठोर एक्शन लेने की तैयारी में अमेरिका

पूरी दुनिया को कोरोना की आज में जलाने वाला चीन अब दुनिया के निशाने पर है. इसके बाद भारत से विवाद को बढ़ाकर चीन ने अपने लिये मुसीबत बढ़ा ली. अब अमेरिका चीन को कठोर सबक सिखाने की योजना बना रहा है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 7, 2020, 02:51 PM IST
    • कठोर एक्शन लेने की तैयारी में अमेरिका
    • चीन पर आक्रामक है अमेरिका
    • चीन अल्पसंख्यकों और हॉन्गकांग के लोगों पर कर रहा अत्याचार
चीन पर अंतर्राष्ट्रीय शिकंजा, कठोर एक्शन लेने की तैयारी में अमेरिका

नई दिल्ली: चीन को भारत के वैश्विक वर्चस्व के आगे झुकना पड़ा है. गलवान घाटी में चीन की धोखेबाजी से भारत समेत पूरी दुनिया चीन पर चिढ़ी है. भारत ने चीन के 59 एप्स पर रोक लगाकर चीन के होश उड़ा दिए. अब अमेरिका भी चीन को सबक सिखाने के लिए योजना बना रहा है.

चीन पर आक्रामक है अमेरिका

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन अमेरिका में हमारे बाजार का दुरुपयोग कर रहा है. समाचार एजेंसी के सूत्रों के अनुसार माइक पोम्पियो और ट्रम्प सरकार भारत की तरह अमेरिका में भी चीनी एप्लीकेशन पर रोक लगाने पर विचार कर रहे हैं.

एक इंटरव्यू में विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका ने चीन में आर्थिक खुलापन को बढ़ावा दिया ताकि राजनीतिक स्वतंत्रता के साथ चीन के लोगों को मूलभूत अधिकार मिले, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ने पिछली सरकारों के फैसले की आलोचना नही की लेकिन साफ कर दिया कि अब चीन के मामले में नई नीति अपनाने की जरूरत है.

ये भी पढ़ें- विकास दुबे ने इन पुलिसवालों को फोन कर दी थी लाशें बिछाने की धमकी

चीन अल्पसंख्यकों और हॉन्गकांग के लोगों पर कर रहा अत्याचार

आपको बता दें कि माइक पोम्पियो  ने हांगकांग का जिक्र करते हुए कहा कि नैशनल सिक्योरिटी कानून सेस लोगों की आजादी छीन ली गई है. इंटरव्यू के दौरान सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ने जोर देकर कहा कि अमेरिका बेशक चीनी लोगों को कामयाब देखना चाहता है, उनको अच्छी जिन्दगी देना चाहता है, लेकिन वहां की कम्यूनिस्ट सरकार अपने ही लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर रही है.

अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने चीन में अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले खराब बर्ताव पर चीन को कड़ी चेतावनी भी दी. उनके मुताबिक अमेरिका चीन में जबरन नसबंदी और गर्भपात की शिकायतों पर गौर करते हुए, कूटनीतिक तौर पर जो हो सकता है वो कर रहा है.

ट्रेंडिंग न्यूज़