चीन ने रक्षा बजट बढ़ कर भारत से तिगुना किया

रक्षा बजट वृद्धि में छिपे हुए हैं चीन के जहरीले इरादे. दक्षिण एशिया में तो उसके इरादे दिख ही रहे हैं, हिन्द महासागर में भी नज़र आ रहे हैं. अब जब चीन ने अपना रक्षा बजट 179 अरब डॉलर कर लिया है तो यह दक्षिण एशिया स्थित विश्व की दूसरी महाशक्ति भारत को सोचने पर जरूर मजबूर करेगा..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 22, 2020, 08:48 PM IST
    • कोरोना के दौर में चीन का रक्षा बजट बढ़ कर भारत का तिगुना हुआ
    • रक्षा बजट 177.6 अरब डॉलर से बढ़ा कर 179 डॉलर किया
    • हाल के सालों में सबसे कम बढ़ोत्तरी है
    • कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या हुई 52 लाख
चीन ने रक्षा बजट बढ़ कर भारत से तिगुना किया

नई  दिल्ली.  अजीब बात है चीन ने दुनिया में वायरस भेज कर दुनिया को महामारी में फंसा दिया है और खुद अपनी सैन्य तैयारियों को अंजाम दे रहा है. चीन ने इस कोरोना के दौर में अपना रक्षा बजट बढ़ा लिया है जो कि अब 179 अरब डॉलर का है.  ध्यान देने वाली बात ये है कि चीन का यह रक्षा बजट भारत के मुकाबले तीन गुना अधिक है. \

 

चीन का रक्षा बजट बढ़ कर हुआ 179 डॉलर  

सारा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है और दुनिया के हर कोरोना पीड़ित देश की अर्थव्यवस्था बदहाल हो गई है ऐसे में चीन की अर्थव्यवस्था कितनी मजबूत है इस तथ्य से ही जाहिर है कि इस देश ने अपना रक्षा बजट बढ़ा दिया है. चीन का रक्षा बजट अब तक 177.6 अरब डॉलर था जिसको बढ़ा कर उसने 179 डॉलर कर लिया है. लेकिन हैरानी ये  भी है कि ऐसा चीन ने तब किया है जब सारी दुनिया में उसका भेजा हुआ वायरस महामारी का तांडव मचा रहा है.  

हाल के सालों में सबसे कम बढ़ोत्तरी है 

यद्यपि चीन का 179 अरब डॉलर का नया रक्षा बजट भारत के रक्षा बजट का करीब तीन गुना है और अमेरिका के बाद दुनिया में सर्वाधिक है. लेकिन एक महत्वपूर्ण तथ्य ये भी है कि कोरोना वायरस के कारण अर्थव्यवस्था में बाधाओं के कारण ये हाल के वर्षों में रक्षा क्षेत्र में चीन की सबसे कम बढ़ोतरी है.

52 लाख लोग संक्रमित हो गए हैं 

चीन के इस वूहानी वायरस ने दुनिया को बेदम कर रखा है. दुनिया में आज की तारीख में बावन लाख लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और लगभग साढ़े तीन लाख लोगों की इस संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है.  कई देशों की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है. दुनिया के देशों के व्यापार ठप्प हो गए हैं और करोड़ों लोग बेरोजगार हो चुके हैं.

ये भी पढ़ें. अब नेपाल पर निर्भर है कि भारत के साथ बात करनी है या विवाद

ट्रेंडिंग न्यूज़