पांच दिन का समय लेता है कोरोना वायरस असर दिखाने में

कोरोना वायरस दुनिया के लिए घातक महामारी बन कर आतंक मचा रहा है. वैसे तो कोशिश ये हो रही है कि इसके वायरस से बचने के लिए पर्याप्त सावधानी रखी जाए किन्तु फिर भी इससे बचाव की कोई गारंटी नहीं है..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 11, 2020, 06:04 AM IST
    • पांच दिन का समय लेता है कोरोना वायरस असर दिखाने में
    • जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी का शोध
    • 181 मामलों को आधार बनाया गया
    • लक्षण सामने आने का समय निश्चित नहीं
पांच दिन का समय लेता है कोरोना वायरस असर दिखाने में

 

नई दिल्ली. कोरोना का इलाज ढूंढ लिया गया है और इस बाबत ऐलान भी हो गया है अमेरिकार और चीन से. लेकिन दुनिया भर के लोगों में कारोना वायरस से फैली दहशत को कोई काबू नहीं कर पाया है. वाइए तो इस वायरस के हमले का कोई स्‍पष्‍ट लक्षण अभी भी डाक्‍टरों की जानकारी में नहीं है फिर भी ज़ाहिरा तौर पर मामूली सर्दी, खांसी और बुखार भी कोराना वायरस के लक्षण माने जा सकते हैं. नई खबर के अनुसार इस वायरस के लक्षण दिखने में पांच दिनों का समय लगता है.

 

जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी का शोध 

ये नई जानकारी जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी के एक शोध का परिणाम है. कोरोना वायरस पर हुए सबसे बड़े अध्ययन के बाद सोमवार को जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी के रोग विशेषज्ञ ने जानकारी दी कि कोरोना वायरस- 19 के लक्षण दिखने में कम से कम पांच दिन का समय लग सकता है. फिलहाल दुनिया भर में कोरोना वायरस अर्थात COVID-19 से करीब 1,13,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 4000 से ज्यादा लोग कोरोना से जान गंवा बैठे हैं.

181 मामलों को आधार बनाया गया 

जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के पैंडेमिक एक्सपर्ट जस्टिन लेसर ने जानकारी दी कि हम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि इस बीमारी के लक्षण दिखने का दौर करीब 5 दिनों का है. एक अंग्रेजी पत्रिका को दिए इंटरव्यू के दौरान उन्होंने ये जानकारी दी. जस्टिन उस टीम का नेतृत्व कर रहे थे, जिसने कोरोना वायरस संक्रमण के 181 मामलों में इसके बढ़ने का अध्ययन किया.

 

लक्षण सामने आने का समय निश्चित नहीं 

जो अहम् बात जस्टिन ने कोरोना संक्रमण को लेकर कही उसके अनुसार कई लोगों में बीमारी के लक्षण सामने आने का समय बहुत कम हो सकता है और वहीं कई लोगों में यह बहुत ज्यादा भी हो सकता है. हमारा लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा संक्रमण की शुरुआत के मामलों का पता लगाना है और इस बीमारी के लक्षण सामने आने से पहले ही उनको ढूंढना है. वे सभी लोग जो संक्रमित हों उनको 14 दिनों की निगरानी में रखे जाने की हम सलाह देते हैं.

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