नई दिल्ली: Covishield Vaccine: कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटिश कोर्ट में स्वीकार किया है कि उनकी वैक्सीन से Blood Clotting होती है. आसान भाषा में कहें तो इससे हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और प्लेटलेट्स गिरने का खतरा हो सकता है. इस वैक्सीन को दुनियाभर में कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया ब्रांड के नाम से बेचा गया. इसके बाद वे लोग चिंतित हो गए हैं जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन के टीके लगवाए थे.
PM मोदी ने कौनसी वैक्सीन लगवाई?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मार्च, 2021 को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाया था. उन्होंने कोविशील्ड का टिका नहीं लगवाया. PM ने स्वदेशी वैक्सीन 'CoVaxin' का टीका लगवाया था. इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर भी साझा की थी. पीएम मोदी को टीका लगाने वाली नर्सों ने बताया था कि PM ने भारतीय और भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन की डोज ली थी. इसके बाद उन्होंने अप्रैल में इस वैक्सीन की दूसरी डोज ली.
पहले सवाल उठे, फिर एक्सपर्ट्स ने दी मान्यता
जब कोवैक्सीन बनाई गई तब इस पर काफी सवाल उठे थे. लेकिन फिर दुनिया के कई एक्सपर्ट्स ने इस वैक्सीन को कारगर बताया. व्हाइट हाउस के मेडिकल एडवाइज एंथॉनी फाउची ने भी माना था कि कोवैक्सीन B.1.617 वेरिएंट यानी इंडिया के डबल म्यूटेंट वेरिएंट को बेअसर कर सकती है.
कितनी कारगर CoVaxin?
भारत बायोटेक द्वारा बनाई CoVaxin का एफिकेसी रेट 78% माना गया था. क्लिनिकल स्टडीज के मुताबिक, कोवैक्सीन इंफेक्शन और डेथ रेट के जोखिम को 100% तक कम कर सकती है.
ये भी पढ़ें- AstraZeneca ने UK की अदालत में माना कोविड वैक्सीन से हो सकता है 'TTS', जानें- क्या है ये?
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.