नई दिल्ली. पाकिस्तान की हरकतों की वजह से सारी दुनिया जानती थी कि एक दिन ऐसा होना है और चीन को वैश्विक रूप से ब्लैक लिस्ट होने का खामियाजा भुगतना ही है. होने भी यही वाला है किन्तु जितना अफ़सोस खुद पाकिस्तान को अपनी नामुराद हरकतों के इस हश्र का नहीं है उससे कहीं ज्यादा इसका अफसोस उसके आयरन ब्रदर चीन को है. वजह उसकी ये भी है कि फिर पाकिस्तान चीन पर बोझ बन जाएगा.
दो विधेयक नहीं हुए पारित
पिछली बार भी पाकिस्तान की इमरानी सरकार ने हाथ-पैर जोड़ कर मिन्नतें कर के पाकिस्तान को ब्लैक लिस्टेड होने से बचाया था और उस समय पाकिस्तान को अतिरिक्त समय देते हुए FATF ने जो शर्तें रखीं थीं पाकिस्तान अभी भी उनकी पूर्ती नहीं कर सका है. अब जब FATF की दी गई अवधि अगले माह पूरी होने वाली है, दो अनिवार्य विधेयक अभी भी पाकिस्तानी संसद में पास नहीं हो सके हैं.
भुखमरी की कगार पर पहुंचेगा देश
पाकिस्तानी संसद में उच्च सदन द्वारा एफएटीएफ से जुड़े दो विधेयकों को अस्वीकृत कर दिया गया है, जिसके बाद ब्लैक लिस्टेड होने से बचने के लिए हाथ पांव मार रही इमरान खान की सरकार बड़े संकट में फंसी नजर आ रही है. यदि वास्तव में FATF द्वारा इस बार पाकिस्तान को ब्लैकलिस्टेड कर ही दिया गया तो आतंकवाद को पालने-पोसने की आदी पाकिस्तानी हुकूमत के इसी पाप के कारण ये दक्षिण एशिया का पापिस्तान भुखमरी की कगार पर पहुंच सकता है.
चीन ने समर्थन दिया पाकिस्तान को
चीन सरकार ने चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा चीन के समर्थन में बयान दिलवाया है. प्रवक्ता झाओ लिजियान ने पाकिस्तान की खाल बचाने के लिये बड़े झूठ बोले. लिजियान ने कहा कि आतंकवाद हर देश के लिए एक चुनौती है और पाकिस्तान ने आतंकवाद से युद्ध करते हुए कई कुर्बानियां दी हैं. इसके लिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा पाकिस्तान का सम्मान होना चाहिये.
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