नई दिल्ली. ऐसा नहीं है कि चीन सिर्फ भारत को ही भड़का रहा है और युद्ध के लिए उकसा रहा है, ताइवान के साथ भी चीन यही कर रहा है. ताइवान छोटा देश अवश्य है किन्तु आत्मसम्मान के मामले में वह भारत से कम नहीं है. कहीं ऐसा न हो कि किसी दिन लगातार चीन के उकसावे में आ कर वह उसके खिलाफ कोई बड़ा कदम उठा ले, क्योंकि ऐसा होने पर विश्वयुद्ध होने का खतरा दिखाई देता है.
ताइवानी रक्षामंत्रालय ने दी जानकारी
ताइवान के रक्षामंत्रालय ने शुक्रवार 11 सितंबर को यह जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि ताइवान के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन (ADIZ) में गुरुवार की सुबह चीन के फाइटर जेट आ घुसे थे जिसे ताइवान के जंगी जहाजों द्वारा भगाया गया और ऐसा लगातार दूसरे दिन हुआ था.
दक्षिणी ताइवान में घुसे जहाज
ताईवानी रक्षामंत्रालय के अनुसार चीन के जंगी जहाजों Su-30 लड़ाकू विमान और Y-8 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ने दक्षिणी ताइवान के एयर स्पेस में घुसपैठ की थी और ये घुसपैठ एक दिन पहले बुधवार को भी हुई थी. यद्यपि मंत्रालय ने जहाजों की संख्या के बारे में नहीं बताया है. लेकिन इससे ये तो जाहिर हो गया है कि चीन ताइवान के पीछे पड़ा हुआ है और पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने अभी भी ताइवान को धमकाना नहीं छोड़ा है.
ताइवान ने की निन्दा
ताइवान की वायुसेना द्वारा चीनी जहाजों को खदेड़ने के बाद ताइवान द्वारा चीन की इस कार्रवाई की निन्दा की गई. ताइवान ने कहा कि इस हरकत से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता पर प्रभावित होती है और ताइवानी नागरिकों में चीन को लेकर नकारात्मक छवि बन सकती है.
मिली-जुली प्रतिक्रिया
एक तरफ तो ताइवान ने चीन से क्षेत्र में शांति बनाये रखने का नम्र निवेदन किया वहीं दूसरी तरफ उसने ये भी वक्तव्य दिया कि हम किसी धमकी के आगे झुकेंगे नहीं, हम तन कर खड़े रहेंगे! ताइवान की इसी शराफत का फायदा चीन उठा रहा है.
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