नई दिल्ली: पाकिस्तान किस तरह आतंकवाद पर कार्रवाई करने का ड्रामा कर रहा है. मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को लाहौर की आंतकवाद रोधी अदालत के सामने आतंकी फंडिंग के मामले में पेश किया गया. लेकिन अदालत ने हाफिज पर आरोप तय नहीं किया .क्योंकि दूरसे आरोपी मलिक जफर को अदालत में अधिकारियों ने पेश नहीं कर पाए. पाकिस्तान का हाफिज सईद वाला ड्रामा 11 दिसंबर को फिर होगा यानी सुनवाई होगी.
आतंकी हाफिज़ सईद को बचाने की पाकिस्तान की चाल
पाकिस्तान ने FATF में बैन होने के डर से मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद को जेल तो भेज दिया लेकिन उस पर अब तक कोई आरोप तय नहीं किए हैं. आतंकी सरगना हाफिज़ सईद को लाहौर की कोट लखपत जेल से किसी VVIP की तरह कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत लाया गया. लेकिन हुआ क्या कुछ भी नहीं. हाफिज सईद जैसे आया था वैसे ही VVIP सुरक्षा में वापस जेल पहुंच गया. आरोप तक तय नहीं हुए.
कोर्ट ने दलील दी कि 'पंजाब पुलिस के आतंकवाद रोधी विभाग की FIR 30/19 के तहत हाफ़िज़ सईद और अन्य आरोपी के ख़िलाफ़ मामले पर आतंकवाद की फंडिंग के संबंध में आतंकवाद रोधी अदालत-1 में आरोप तय किए जाने थे. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से सह-आरोपी मलिक जफर इकबाल को जेल से पेश नहीं किया गया. इसके कारण मामले को आरोप तय करने के लिए 11 दिसंबर तक मुल्तवी किया जाता है.'
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड को कब तक बचाएगा पाकिस्तान?
अब ये ड्रामा नहीं तो और क्या है. जेल से एक आरोपी को पेश किया जाता है, जबकि दूसरे को नहीं. हाफिज सईद को फिर कोर्ट से 4 दिन का वक्त मिल गया है, सवाल ये है कि क्या हाफिज़ पर कानूनी शिंकजा पाकिस्तान का ड्रामा भर है?
यानी साफ है कि लश्कर चीफ हाफिज सईद को लाहौर की जेल में दुनिया को दिखाने के लिए डाला गया था. उस पर ये कार्रवाई जर्मनी में FATF की बैठक से दो महीने पहले FATF की आंखों में धूल झोंकने के लिए की गई थी. ब्लैक लिस्ट से पाकिस्तान को बचाने के लिए ड्रामा रचा गया था.
जमात-उद दावा के सरगना औऱ भारत के सबसे बड़े दुश्मन हाफ़िज़ सईद को इसी साल 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. और तब से हाफिज कोट लखपत जेल में बंद है. लेकिन कार्रवाई अब तक जीरो है. और शायद भविष्य में भी आतंकवाद परस्त पाकिस्तान हाफिज पर कोई कार्रवाई नहीं करने वाला है.
ऐसे में अब पाकिस्तान से हकीकत में किसी एक्शन की उम्मीद करना बेमानी होगा और हिन्दुस्तान को सोचना ये होगा कि हाफिज सईद के खिलाफ भारत की सेना कब लेगी कोई बड़ा एक्शन? हाफिज सईद का हेडक्वार्टर लाहौर के मुरीदके में है. PoK में हमला करने वाली भारत की शूरवीर सेना लाहौर में घुसकर हाफिज के टेरर कैम्प को कब तबाह करेगी?
पाकिस्तान का आतंकी बचाओ प्लान
और अब आपको पाकिस्तान का आतंकी बचाओ प्लान समझाते हैं. मुंबई में 166 लोगों की जान लेने वाले आतंकी हाफिज सईद पर अमेरिका ने अप्रैल 2012 में 10 लाख डॉलर का इनाम रखा, लेकिन हाफिज पाकिस्तान में आजाद है. कश्मीर में सेना के कैंपों पर कई हमलों के जिम्मेदार आतंकी सयैद सलाहुद्दीन को जून 2017 को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया लेकिन वो PoK में आज़ाद घूम रहा है.
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संसद पर हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी मसूद अजहर को यूएन में आतंकी घोषित किए जाने से रोकने की पैरवी की, और मसूद अजहर भी पाकिस्तान में आज़ाद घूम रहा है.
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