नई दिल्ली: मॉस्को के रेड स्क्वॉयर पर हुई 75वीं विक्ट्री डे परेड में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे. रूस की इस सालाना विक्ट्री परेड में भारत की तरफ से कोई न कोई खास व्यक्ति शामिल होने जरूर जाता है.


75वीं विक्ट्री डे परेड में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह



भारतीय सेना के 75 सैनिकों का दल भी परेड में शामिल


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मॉस्को में हो रही विक्ट्री परेड में भारतीय सेना के 75 सैनिकों का दल भी शामिल हुआ. जिसकी अगुवाई कर्नल रैंक अधिकारी ने की. गलवान में चीन को सबक सिखाने के बाद भारतीय सेना के दल का जोश भी दोगुना है. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 105 जवान परेड में शामिल हुए.



दूसरे विश्व युद्ध में सोवियत संघ की जीत के मौके पर विक्ट्री परेड निकाली जाती है. पहले ये परेड मई में निकलनी थी, लेकिन कोरोना संकट की वजह से टाल दी गई थी. विक्ट्री डे रूस में उत्सव की तरह मनाया जाता है.


24 जून 1945 को पहली विक्ट्री डे परेड मॉस्को के ऐतिहासिक रेड स्क्वायर पर निकाली गई थी. जिसके बाद से ये परंपरा हर साल पूरी शानो-शौकत से मनाई जाती है. वीरता और बलिदान को सम्मान देने के लिए रूस और उसके मित्र देश परेड में शामिल हुए हैं.


PM मोदी के निमंत्रण पर भारत आएंगे ब्लादिमीर पुतिन


रूस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भारत के दौरे पर आने वाले हैं. रक्षा मंत्री ने कहा- कोरोना महामारी के दौर में किसी भारतीय प्रतिनिधिमंडल की पहली विदेशी यात्रा है. ये भारत-रूस के मजबूत संबंधों को दर्शाता है.


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मॉस्को में सैन्य परेड के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात नहीं करेंगे. चीन की मीडिया की एक खबर में कहा गया था कि दोनों देशों के रक्षा मंत्री लद्दाख सीमा पर तनाव को लेकर मुलाकात की संभावना है.


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