नई दिल्ली: ईरान की ओर से इजरायल पर किए गए अटैक के बाद से सोशल मीडिया पर हर तरफ वर्ल्ड वॉर 3 के कयास लगाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग इजरायल और ईरान के सपोर्ट में बंटे हुए हैं. वहीं अब ईरान की इंटेलिजेंस एजेंसी 'रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स इंटेलिजेंस ऑर्गनाइजेशन' ने इसको लेकर एक नोटिस जारी किया है.
इंटरनेट पर बरती सख्ती
इंटेलिजेंस एजेंसी की ओर से जारी किए गए इस नोटिस में देश की जनता को सोशल मीडिया पर इजरायल का समर्थन करने वाले लोगों को रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है. इसको लेकर एक वॉर्निंग जारी करते हुए कहा गया है कि इजरायल का समर्थन करते किसी भी यूजर की पहचान होने पर उसे अपराध की श्रेणी में रखा जाएगा. नोटिस में लिखा है,' इजरायल की गतिविधियों ने ईरान की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. अगर आप साइबरस्पेस में नकली इजरायली सरकार के समर्थन में किसी भी तरह की गतिविधि देखते हैं तो उस पेज और उनके ऑपरेटरों की सारी जानकारी और डीटेल्स IRCG को भेज सकते हैं.'
ट्रेंड हुआ यह हैशटैग
नोटिस में आगे कहा गया,' इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए कि शांति और सुरक्षा के खिलाफ जायोनी शासन की कार्रवाइयों का मुकाबला करने के लिए कानून के आर्टिकल 6,7 और 8 के मुताबिक अपराधियों से निपटा जाएगा. बता दें कि अटैक को लेकर ईरान की जनता कई गुटों में बंटी हुई है, हालांकि सोशल मीडिया पर 3 तरह के रुझान स्प्षट रूप से दिखाई दिए हैं, जिसमें इजरायल के लिए समर्थन, अधिकारिक खबरों पर संदेह और हमले में इस्तेमाल किए गए हथियारों का उपहास उड़ाना काफी ट्रेंड पर रहा. सोशल एनालिटिक्स साइट 'टॉकवॉकर' के मुताबिक शनिवार 13 अप्रेल 2024 को 60,000 यूजर्स के साथ 'X' पर #IraniansStandWithIsrael नाम का हैशटेग काफी ट्रेंड पर था.
सामने आया डाटा
'टॉकवॉकर' के मुताबिक 33 प्रतिशत हैशटैग ईरान से किया गया था. वहीं 41 प्रतिशत पोस्ट अमेरिका से किए गए थे. ईरान में महसा अमीनी की मृत्यु के बाद से युवाओं में ऑनलाइन प्रोटेस्ट ज्यादा मात्रा में देखी गई, जिसमें 46 प्रतिशत पोस्ट 25-34 साल के लोगों की ओर से की गई थी. बता दें कि सेंसरशिप लगने के बाद भी ईरान में इजरायल के समर्थन में पोस्ट करने वाले लोग रुक नहीं रहे हैं.
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