नई दिल्लीः पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को राजद्रोह के मामले में मौत की सजा सुना दी गई है. इस सजा के बाद पाकिस्तान की सेना के अधिकारी भड़के हुए नजर आए. पाक सेना ने तानाशाह राष्ट्रपति रहे मुशर्रफ के लिए कसीदे पढ़े और कहा कि पूर्व सेना प्रमुख और राष्ट्रपति के खिलाफ इस तरह के फैसले से उन्हें बहुत पीड़ा हुई है. उन्होंने ट्वीट के जरिये अपना विरोध और दर्द जताया है.
ट्वीट कर जताई पीड़ा
पाकिस्तान के डीजी ISPR ने एक ट्वीट करके कहा, स्पेशल कोर्ट द्वारा परवेज मुशर्रफ पर दिए गए फैसले से बहुत पीड़ा पहुंची है. एक पूर्व सेना प्रमुख, स्टाफ कमिटी के जॉइंट चीफ और पूर्व राष्ट्रपति जिसने 40 साल तक देश की सेवा की और युद्धों में भाग लिया, गद्दार नहीं हो सकता. सेना की तरफ से कहा गया, इस प्रक्रिया में संविधान को नजरअंदाज किया गया है और आत्मरक्षा के फंडामेंटल राइट का भी उल्लंघन किया गया है.
Statement on decision by Special court about General Pervez Musharraf, Retired. pic.twitter.com/C9UAMT1E4W
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) December 17, 2019
सेना ने कहा कि उसे उम्मीद है इस्लामिक रिपब्लिक पाकिस्तान के संविधान के अनुसार परवेज मुशर्रफ के साथ 'न्याय' किया जाएगा. विशेष अदालत के तीन सदस्यीय पीठ ने परवेज मुशर्रफ को सजा सुनाई.
आपातकाल के लिए देशद्रोह साबित
मुशर्रफ पर तीन नवंबर 2007 को आपातकाल लगाने के लिए देशद्रोह का मामला चल रहा है. पाकिस्तान की पूर्व मुस्लिम लीग नवाज सरकार ने यह मामला दर्ज कराया था और 2013 से यह लंबित चल रहा था. दिसंबर 2013 में उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ था.
इसके बाद 31 मार्च 2014 को मुशर्रफ आरोपी करार दिए गए और उसी साल सितंबर में अभियोजन ने सारे साक्ष्य विशेष अदालत के सामने रखे. अपीलीय मंचों पर याचिकाओं के कारण पूर्व सैन्य शासक के मुकदमे में देरी हुई और वह शीर्ष अदालतों और गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद मार्च 2016 में पाकिस्तान से बाहर चले गए.
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बीमारी से जूझ रहे मुशर्रफ?
कुछ दिन पहले खबर मिली थी कि परवेज मुशर्रफ को गंभीर बीमारी है और वह अस्पताल में ऐडमिट हैं. 76 साल के मुशर्रफ दुबई में रहते हैं और वहीं अपना इलाज करवा रहे हैं. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक वह अमिलॉडोसिस नाम की बीमारी से ग्रसित हैं. इस बीमारी के कारण बची हुई प्रोटीन शरीर के अंगों में जमा होने लगती है.
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