नई दिल्लीः पाकिस्तान ने अयोध्या मामले में तीखा बयान दिया है, जिस पर भारत ने पड़ोसी मुल्क को लताड़ लगाते हुए एक बार फिर आइना दिखाया है. भारत ने अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को गैर-जरूरी बताते हुए खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का सिविल मैटर पर फैसला पूरी तरह से भारत का आतंरिक मामला है. विदेश मंत्रालय ने कहा, हम सिविल मैटर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पाकिस्तान के अनुचित और निराधार बयान को खारिज करते हैं, जो सिविल मैटर भारत का आंतरिक मामला है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने दिया था बयान
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने करतारपुर गलियारा खोले जाने के दिन अयोध्या मामले में आए फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह इस तरह के खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘असंवेदनशीलता’ से ‘बेहद दुखी’ हैं. डॉन न्यूज टीवी ने कुरैशी के हवाले से कहा, ‘क्या इसको थोड़े दिन टाला नहीं जा सकता था?
मंत्रालय ने कहा, यह कानून के नियमों और सभी धर्मों के समान आदर पर आधारित है, यह अवधारणा पाकिस्तान के चरित्र का हिस्सा नहीं है. इसलिए, पाकिस्तान की समझ की कमी आश्चर्य की बात नहीं है. मंत्रालय ने कहा कि नफरत फैलाने की मंशा से हमारे आंतरिक मामले में पाकिस्तान की ओर से दिए गए तर्कहीन बयान की हम निंदा करते हैं.
MEA:It pertains to rule of law&equal respect for all faiths,concepts that aren't part of their ethos. So,while Pakistan's lack of comprehension isn't surprising,their pathological compulsion to comment on our internal affairs with obvious intent of spreading hatred is condemnable https://t.co/o3OBDdx57R
— ANI (@ANI) November 9, 2019
भारत ने मित्र देशों को भी फैसले के बारे में बताया
भारत ने इस मामले की पूरी जानकारी मित्रवत देशों को दी है. पाकिस्तान की ओर से कोई प्रॉपेगैंडा न फैलाया जा सके साथ ही ऐसा करने की कोशिश को देखते हुए अपने मित्रवत देशों को अयोध्या पर आए फैसले की पूरी जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड और सऊदी अरब सहित लगभग दो दर्जन देशों के राजदूतों को विदेश मंत्रालय ने मामले की जानकारी दी.
अनुच्छेद 370 पर भी बोला था पाकिस्तान
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अक्सर भारत के आंतरिक मसलों पर बेवजह बयानबाजी करता रहा है. तुष्टिकरण की चाल के तहत अयोध्या मामले को पाकिस्तान भी अपने लिए जरूरी समझता था. इसलिए करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन वाले दिन ही यह फैसला आने के कारण विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इसे असंवेदनशील करार दिया. इससे पहले पाकिस्तान कश्मीर में आर्टिकल 370 के प्रावधान निरस्त किए जाने पर भी गैरजरूरी बयानबाजी कर चुका है. तब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र, इस्लामिक सहयोग संगठन, मित्र देशों और मानवाधिकार संगठनों से अपील करेगा कि वे इस मुद्दे पर चुप नहीं रहें. कश्मीर में स्थिति पहले से अधिक गंभीर है।
Pakistan Ministry of Foreign Affairs statement on Article 370: As the party to this international dispute, Pakistan will exercise all possible options to counter the illegal steps. Pakistan reaffirms its abiding commitment to the Kashmir cause.
— ANI (@ANI) August 5, 2019
करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में पगड़ी पहन कर पहुंचे PM नरेंद्र मोदी