नई दिल्ली: फिनलैंड के नेता बृहस्पतिवार को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने के पक्ष में सामने आए और स्वीडन भी कुछ दिनों के भीतर ऐसा कर सकता है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर हमले ने मॉस्को के पड़ोसियों के बीच भय पैदा कर दिया है, जिसके बाद दोनों देशों ने नाटो में शामिल होने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है.
रूस ने सैन्य कार्रवाई की धमकी दी
वहीं, क्रेमलिन ने चेतावनी देते हुए कहा कि उसे जवाबी कार्रवाई के तौर पर ‘सैन्य-तकनीकी’ कदम उठाने के लिए विवश होना पड़ेगा. इस बीच, रूसी सेना ने औद्योगिक डोनबास क्षेत्र पर कब्जा जमाने के अभियान के तौर पर मध्य, उत्तरी और पूर्वी यूक्रेन के इलाकों में हमले किए, जबकि यूक्रेन ने उत्तरपूर्व में कुछ शहरों और गांवों को फिर से अपने कब्जे में ले लिया है.
संघर्ष शुरू होने के बाद से रूस के एक सैनिक पर युद्ध अपराध के पहले मुकदमे की सुनवाई कीव में शुक्रवार को शुरू होने की संभावना है. टैंक यूनिट के बंधक बनाए गए 21 वर्षीय सैनिक पर युद्ध के शुरुआती सप्ताह के दौरान साइकिल पर जा रहे एक नागरिक की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है.
फिनलैंड के राष्ट्रपति
फिनलैंड के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि नॉर्डिक देश (Nordic Countries) को नाटो में सदस्यता के लिए तुरंत आवेदन करना चाहिए. फिनलैंड के राष्ट्रपति सौली नीनिस्टो ने इस सप्ताह कहा था, ‘आपकी (रूस) वजह से यह हुआ है. अपने आप को शीशे में देखो.’
इस घोषणा का मतलब है कि फिनलैंड ने नाटो की सदस्यता लेने का अब पूरी तरह मन बना लिया है, लेकिन आवेदन प्रक्रिया शुरू होने से पहले कुछ कार्रवाई अभी बाकी हैं. पड़ोसी देश स्वीडन भी आने वाले दिनों में नाटो में शामिल होने पर विचार कर रहा है. इस तरह के विस्तार से रूस बाल्टिक सागर और आर्कटिक में नाटो देशों से घिर जाएगा, जो पुतिन के लिए एक झटका होगा, जिन्हें नाटो के विभाजित होने और यूरोप से नाटो की वापसी की उम्मीद थी लेकिन स्थिति इसके विपरीत बन रही है.
नाटो ने क्या रुख अपनाया?
नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि गठबंधन खुली बाहों से फिनलैंड और स्वीडन का स्वागत करेगा. रूस के विदेश मंत्रालय ने आगाह किया कि मॉस्को उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा के सामने उभरते खतरों से निपटने के लिए सैन्य-तकनीकी और अन्य प्रकार के प्रतिशोधात्मक कदम उठाने को बाध्य होगा.
युद्ध के मोर्चे पर डोनबास में रूस की बढ़त धीमी हो गयी है लेकिन उसकी सेनाओं ने कुछ गांवों पर कब्जा कर लिया है. क्षेत्रीय गवर्नर ने बताया कि दोनेत्स्क क्षेत्र में तीन समुदायों में बृहस्पतिवार को चार नागरिक मारे गए.
यूक्रेनी सेना वापस ले रही है नियंत्रण
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि डोनबास क्षेत्र पर रूस के ध्यान केंद्रित करने से उत्तरपूर्वी शहर खारकीव के आसपास उसके सैनिक यूक्रेनी सेना का सामना करने के लिहाज से कमजोर पड़ गए हैं और यूक्रेनी सेना ने शहर के आसपास कई शहरों और गांवों को फिर से अपने नियंत्रण में ले लिया है.
स्थानीय प्राधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को रूस के हमलों में खारकीव के बाहरी इलाकों में कम से कम दो नागरिकों की मौत हो गयी. देरहाची उपनगरीय शहर के मेयर व्याचेस्लाव जादोरेंको ने एक टेलीग्राम पोस्ट में लिखा कि हमले में एक मानवीय सहायता ईकाई, नगर निकाय कार्यालयों और अस्पताल की इमारत भी क्षतिग्रस्त हो गयी है. यूक्रेन की सेना ने बताया कि उत्तरी यूक्रेन में चेर्नीहीव के समीप रातभर हुए हवाई हमलों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी.
इसे भी पढ़ें- भारतीय पर्वतारोही ने कंचनजंगा चोटी पर लहराया तिरंगा, एक हफ्ते में दो बार की चढ़ाई
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.