क्या ये बॉडी डबल था? तो क्या किम जोंग की कहानी खत्म?

अंदर की खबर बाहर आई है कि जो देखा गया नार्थ कोरिया में वो किम जोंग नहीं बल्कि उसका हमशकल था. किम जोंग को अपने हमशकल रखने का भी शौक था लेकिन तीन हफ्ते गायब रहने के बाद किम जोंग के हमशकल को सामने लाना किसी और कहानी की तरफ इशारा करता है..  

Written by - Parijat Tripathi | Last Updated : May 6, 2020, 11:46 PM IST
    • यदि ये किम का हमशकल था तो इसका अर्थ है कि जोंग की कहानी खत्म ?
    • कहा जा रहा है फीता काटने वाला किम जोंग नहीं था
    • किम जोंग की तबीयत को लेकर कोई खबर सामने नहीं आई है
    • अमेरिका-रूस की ताड़ने की कोशिशें भी नाकाम रहीं
    • उत्तर कोरिया की सरकार किम पर चुप्पी की चादर ओढ़ के क्यों बैठी है?
क्या ये बॉडी डबल था? तो क्या किम जोंग की कहानी खत्म?

 

नई दिल्ली. अगर ये किम जोंग का बॉडी डबल था तो इसकी संभावना काफी है कि तानाशाह की कहानी खत्म हो गई है. और यह अंदरूनी दावा सशक्त इसलिए भी लगता है क्योंकि किम जोंग की दुकान का फीता काटते जो तस्वीर रिलीज़ हुई थी उसकी पुष्टि न ही की गई थी न ही उसकी पुष्टि के कोई साक्ष्य उसके साथ या उसके आगे-पीछे प्रस्तुत किये गए थे. 
 

 

फीता काटने वाला किम जोंग नहीं था ?

जैसा सारी दुनिया ने देखा, किम जोंग तीन हफ्ते गायब रहा और उसके बाद फर्टिलाइज़र कम्पनी का फीता काटता नज़र आया. इसके तुरंत बाद दुनिया में खबर फ़ैल गई कि किम जोंग ज़िंदा है.  इससे किम की सेहत को लेकर चल रही अटकलों की जगह एक नई  कहानी बाजार में आ गई. कहा जा रहा है कि ये किम जोंग नहीं बल्कि उसका हमशकल है. 

 

किम जोंग की तबीयत का कुछ पता नहीं 

आज भी नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग के स्वास्थ्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. एक तरफ तो अमेरिकी और साउथ कोरियन खुफिया एजेंसियां कह रही हैं कि किम जोंग का कान्ड हो गया है. उनकी खुफिया जानकारी बताती है कि अप्रैल के दूसरे हफ्ते में किम की जो हार्ट सर्जरी हुई थी उसके नाकाम रहने से किम जोंग का ब्रेन डेड हो गया है. और दूसरी तरफ नार्थ कोरिया ने भी इस अहम मसले पर चुप्पी साध रखी है. 

 

अमेरिका ने ताड़ने की कोशिश की

किम जोंग उन जिन्दा है या मर गया, इस को जांचने के लिये अमेरिका और रूस ने अपनी अपनी तरह की कोशिशें की हैं लेकिन उनकी कोशिशें नाकाम रहीं क्योंकि नॉर्थ कोरिया की बरकरार खामोशी अभी भी चीख चीख कर कह रही है कि कहानी कुछ और है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोंग की वापसी का शाब्दिक स्वागत करते हुए कहा था कि मुझे खुशी है कि किम जोंग वापस आ गये हैं और वे स्वस्थ हैं. 

 

रूस ने भी जानने की कोशिश की

उसी तरह रूस ने भी उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को द्वितीय विश्व युद्ध स्मारक पदक से सम्मानित कर दिया. प्योंगयांग में रूस के दूतावास ने मंगलवार 5 मई को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि ये सम्मान समारोह मंसुडे असेंबली हॉल में सम्पन्न हुआ. इसमें भी जैसी शंका थी, किम जोंग व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हुआ. उसकी तरफ से नाॉर्थ कोरिया के विदेशमंत्री री सोन ग्वोन ने रूसी राजदूत से यह पदक स्वीकार किया. रूसी दूतावास द्वारा सम्मान समारोह की जारी की गई तस्वीरों में भी किम नजर नहीं आया. 

आखिर क्यों छिपा हुआ है तानाशाह?

यदि किम छुपा हुआ है तो उसके छुपने के पीछे की क्या वजह हो सकती है? अगर ये खबर सच है कि तानाशाह की तबियत खराब चल रही थी तो तानाशाह की तबीयत के बारे में कोई साफ खबर सामने क्यों नहीं आई. अगर किम जोंग की सर्जरी हुई थी जिसके बारे में बताया गया है कि वह सर्जरी नाकाम रही थी तो आखिर उस बारे में भी कोई जानकारी उत्तर कोरिया सरकार द्वारा क्यों नहीं जारी की गई? इन तीन हफ्तों की तथाकथित गुमशुदगी के दौरान किम 15 अप्रैल के ऐतिहासिक उत्सव में भी शामिल नहीं हुआ था, जो कि उत्तर कोरियाई के राजनीतिक कैलेंडर में सबसे महत्वपूर्ण दिन था. ऐसे में तीन हफ्ते बाद एक तस्वीर में उसकी ग्रीन इलेक्ट्रिक गाड़ी का दिखना और उसके बारे में कहा जाना कि ये उसकी वही गाड़ी है जो वह 2014 में इस्तेमाल किया करता था- ये बात भी किसी तरह की सच्चाई को सामने नहीं लाती. 

 

उत्तर कोरिया की सरकार इन सवालों का जवाब देगी ?

किम जोंग ने आखिर रूस को उन्हें सम्मान देने के लिए धन्यवाद के दो शब्द क्यों नहीं कहे? किम ने अमरीकी राष्ट्रपति के सद्भावना वक्तव्य जो किम की वापसी और स्वास्थ्य को लेकर दिया गया था, पर धन्यवाद क्यों नहीं कहा या  किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया क्यों व्यक्त नहीं की? रूस द्वारा दिया गया सम्मान समारोह नार्थ कोरिया में हुआ था, फिर वहां किम जोंग को सामने आने में क्या समस्या थी? उन्होंने पुरस्कार लेने के लिए अपने मंत्री को क्यों भेजा? यहां किम की अनुपस्थिति का कोई कारण भी स्पष्ट तौर पर क्यों नहीं बताया गया? इन सवालों का जवाब यदि उत्तर कोरिया की सरकार दे सकती होती तो अवश्य देती. ज़ाहिर है कि किम की कहानी खतम हो गई है और अब किसी भी दिन हो सकती है नॉर्थ कोरिया के नये शासक के नाम की घोषणा.

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