नई दिल्ली. बिल्ली के मनाने से छींका नहीं टूटता. यही हाल है भगोड़े नवाज़ शरीफ को लेकर पाकिस्तानी अदालत का. पाकिस्तानी अदालत ने फरमान जारी किया है कि चाहे जो हो, नवाज शरीफ को अगले सप्ताह अदालत में पेश किया जाए. इस पाकिस्तानी अदालत के हाकिम भी जानते हैं कि नवाज़ शरीफ लंदन में रखा हुआ कोई फर्नीचर तो है नहीं कि अगले हफ्ते तक पाकिस्तान पहुंच जायेगा.
हाईकोर्ट ने दिया आदेश
पाकिस्तानी हाईकोर्ट ने आदेश दे दिया है कि फांसी की सजा पाए नवाज़ शरीफ अगले हफ्ते पाकिस्तान में होने चाहिये. इस अदालती आदेश से जितनी नवाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ी होंगी उससे ज्यादा अब पाकिस्तान के विदेश सचिव के लिए बढ़ गई हैं जिनको ये फरमान मिला है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 22 सितंबर तक अदालत के सामने हर हाल में पेश कर दिया जाए.
दस माह से फरार हैं नवाज़
ये लाहौर की हाईकोर्ट ही थी जिसने नवाज़ शरीफ को पाकिस्तान से बाहर जाने की अनुमति दी थी. गैर-ज़ाहिर सच ये भी हो सकता है कि भ्रष्टाचार में डूबी पाकिस्तानी न्यायपालिका के लिए बड़ी रकम दिए जाने पर किसी भी आरोपी या अपराधी को देश से बाहर जाने की अनुमति प्रात हो सकती है. अदालत से पूछ कर चार हफ्ते का कह कर निकल गए नवाज़ शरीफ और उन्होंने अपनी जान बचा ली. पाकिस्तान में उनको फांसी की सजा दे दी गई है.
भ्रष्टाचार के दो मामलों के दोषी नवाज़
जून 2018 में एवनफील्ड संपत्तियों के मामले में नवाज़ शरीफ को दोषी ठहराया गया था और छह माह बाद दिसंबर में अल-अजीजिया स्टील मिल्स मामले में भी उन्हें सात साल की जेल की सजा दी गई. पहले मामले में उनके साथ उनकी बेटी मरियम और दामाद मोहम्मद सफदर को भी सजा सुनाई गई थी. लेकिन एक साल बाद ही बीमारी का इलाज कराने के बहाने जमानत लेकर नवंबर 2019 में नवाज शरीफ लंदन निकल गए और फिर वापस नहीं आये.
आने की संभावना भी नहीं
अगले हफ्ते तो कतई संभावना नहीं कि नवाज़ शरीफ को लंदन से पाकिस्तान लाया जा सके. अगर पाकिस्तान और इंग्लैण्ड के बीच द्विराष्ट्रीय प्रत्यर्पण संधि होगी तभी यह संभव है किन्तु इसके पहले इंग्लैंड की अदालत में मामले की सुनवाई होगी और अगर अदालत को लगा कि नवाज़ दोषी हैं तभी वह उनको पाकिस्तान को सौंपेगी.
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