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नई दिल्ली: पिछले 13 महीनों से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर 3 विवादित कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान आज से घर वापसी करेंगे. शनिवार यानी की आज सुबह 9 बजे से सभी किसान अपने घर के लिए रवाना होंगे. बीते शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैक्टर ट्रॉली भी देखने को मिली है. इसी के साथ दिल्ली की सीमाओं पर गड़े किसानों के तंबुओं को निकालने का काम बीते गुरुवार से ही शुरू हो गया था.
बता दें कि ज्यादातर किसान पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के जिलों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के लिए डटे हुए थे. तो वहीं, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर, 2021 को सरकार विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था, जिसके बाद 29 नवंबर, 2021 को हमेशा के लिए निरस्त कर दिया गया.
आज गुरुद्वारे में अरदास करेंगे किसान
कृषि कानून को रद्द करवाने की जंग जीतने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) समेत पंजाब के कई किसान नेता दिल्ली स्थित गुरुद्वारा बंगला साहिब (Gurdwara Bangla Sahib) पहुंचे. यहां किसानों ने अरदास किया. इसके बाद राकेश टिकैत ने कहा कि ‘किसानों को आमजनों के सहयोग से जीत मिली है. दिल्ली के चारों तरफ मोर्चे जमे हुए थे. इनमें साथ लगते गांवों के लोगों ने बहुत साथ दिया.’
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उन्होंने आगे कहा कि ‘सब्जी से लेकर दूध लस्सी तक लंगरों में पहुंचाया. डॉक्टरों ने भी संघर्ष के दौरान बहुत अच्छी भूमिका निभाई. इन लोगों के सहयोग की वजह से ही आंदोलन सफल हुआ है.’ तो वहीं, किसानों की वापसी को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर कड़े इंतजाम किए हैं. इसी के साथ हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि ‘रास्ते में पड़ने वाले सभी जिलों के एसपी को ट्रैफिक, सुरक्षा और कानून व्यवस्था को संभालने कहा गया है.’
हरियाणा पुलिस ने कहा कि ‘अंबाला, बहादुरगढ़, हिसार और जींद में खास सुरक्षा बरती जा रही है. यह उम्मीद की जाती है कि कुंडली और टिकरी सीमाओं के किसान सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, झज्जर, रोहतक, जींद, हांसी, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों से गुजरते हुए पंजाब के अलग-अलग स्थानों तक जाएंगे. इसे ध्यान में रखते हुए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी यात्राएं उसी तरह से प्लान करें.’