Kangra Airport News: खराब मौसम के चलते दिल्ली से गग्गल आने वाली नियमित तथा शिमला से गग्गल आने वाली विमान सेवा रद्द हो गई. जानें मौसम का हाल..
Trending Photos
Dharamshala News: कांगड़ा हवाई अड्डे पर छाई व्यापक धुंध के कारण पिछले चार दिनों में करीब 14 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं. एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि खराब मौसम के चलते दिल्ली से गग्गल आने वाली नियमित तथा शिमला से गग्गल आने वाली विमान सेवा रद्द हो गई.
गगल हवाई अड्डे पर फ्लाइट्स को लैंड करने के लिए 5000 मीटर की विजिबिलिटी की आवश्यक होती है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से धुंध के चलते विजिबिलिटी 3000 मीटर तक ही सीमित होकर रही, जिसके चलते फ्लाइट को रद्द करना पड़ा. जो कि चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे पर एयर स्पेस अड्डा प्राधिकरण के अधीन नहीं है.
जिसके कारण वह यहां पर एटीसी प्रोसीजर नहीं बन पा रहे हैं. धीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह एयरपोर्ट एयरफोर्स के अधीन आता है और उनसे बातचीत जारी है. उन्होंने कहा कि यदि एयरपोर्ट अथॉरिटी को एयर स्पेस मिल जाता है तो विजिबिलिटी को ढाई हजार मीटर तक सीमित किया जा सकता है, जिससे कि विमानों की लैंडिंग कम विजिबिलिटी में भी संभव हो पाएगी.
उन्होंने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार कारण भी प्रस्तावित है और इसके उपरांत यहां पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम की व्यवस्था भी कर दी जाएगी, जिससे खराब मौसम और धुंध में भी विमान आसानी से हवाई अड्डे पर उतर पाएंगे.
वहीं, हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में भी इन दिनों मौसम ने करवट ले ली है. औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के आसपास के क्षेत्रों में पहले धुंध और अब कोहरे की सफेद चादर ने पूरे क्षेत्र को ढक रखा है. क्षेत्र में कोहरा पड़ने के कारण ठंड भी काफी बढ़ गई है और लोग बड़ी ठंड के कारण घरों से कम ही बाहर निकल रहे हैं और बच्चों को स्कूल जाने के लिए खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
क्षेत्र में पड़ने वाले कोहरे के कारण अब लोग सफर करने के लिए भी दिन में लाइटों का सहारा ले रहे हैं. इस कोहरे के कारण सड़क हादसे होने का भी डर बना रहता है. इसलिए जब हमने लोगों से बातचीत की उनका कहना है कि इस धुंध और कोहरे के कारण विजिबिलिटी बिल्कुल ना के बराबर है और लोगों को दिन में ही लाइटें जलाकर सफर करना पड़ रहा है.
लोगों ने वाहन चालकों से अपील की है कि इस धुंध और गहरे कोहरे के मौसम में लाइट और डीपर का इस्तेमाल करें ताकि किसी भी प्रकार का कोई बड़ा सड़क हादसा ना हो सके और लोग अपना और अपने आसपास के वाहन चालकों का ध्यान रखें.