Himachal Pradesh News: कृषि व पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने आज नूरपुर विधानसभा की मैरा बुसकाड़ा पंचायत में 9 ट्यूबवेल का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि 5 करोड़ 31 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इन ट्यूबवेलों से 124 परिवारों की 145 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी.
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भूषण शर्मा/नूरपुर: कृषि व पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार आज नूरपुर विधानसभा की मैरा बुसकाड़ा पंचायत में 9 ट्यूबवेल का शिलान्यास करने पहुंचे. इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में हर घर तक पेयजल और हर खेत तक सिंचाई सुविधा पहुंचाना उनका लक्ष्य है. इसके लिए क्षेत्र में ट्यूबवेल का जाल बिछाया जा रहा है.
चंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि भरमाड़ क्षेत्र में 5 करोड़ 31 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इन ट्यूबवेलों से 124 परिवारों की 145 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. इसके साथ ही कि ज्वाली विधानसभा में और 15 ट्यूबवेल लगाए जाएंगे, जिनकी डीपीआर स्वीकृति के लिए सरकार को भेजी जा चुकी है. जल्द ही इनका निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ट्यूबवेल लगने से क्षेत्र में पेयजल व सिंचाई व्यवस्था और सुदृढ़ होगी.
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प्रोफेसर चंद्र कुमार ने कहा कि बरसात के समय बूहल और देहर खड्ड के पानी से लोगों के घरों और खेतों को नुकसान पहुंचता है. उन्होंने बताया कि इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए दोनों खड्डों पर 7.5 करोड़ रुपये की राशि से तटीकरण कार्य किया जाएगा. जिनकी डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजी जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि खेतीबाड़ी और पशुपालन ही गांवों की आर्थिकी में सुधार ला सकते हैं. इन गतिविधियों में लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार कई योजनाएं ले कर आ रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि जब तक खेतीबाड़ी से किसान की मासिक आय 25 हजार रुपये नहीं होती तब तक इस क्षेत्र में युवाओं का रुझान आशाजनक नहीं रहेगा.
उन्होंने बताया कि किसान की आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने गाय और भैंस के दूध के खरीद मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि की है. इसके साथ प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा प्रति परिवार प्राकृतिक खेती से उत्पादित 20 क्विंटल अनाज की खरीद की जाएगी. इसके तहत 40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गेहूं और 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मक्का की खरीद की जाएगी.
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कृषि मंत्री ने बताया कि अगले माह से प्रदेश में पशुओं की गणना शुरू की जाएगी और डिजिटल ऐप पर रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पशु गणना से किसानों के पास दूध देने वाले पशु और बिना दूध वाले पशुओं की संख्या के बारे स्थिति साफ होगी. पशुगणना से सड़कों पर बेसहारा पशुधन से भी निजात मिलेगी.
लोगों की खेती को बेसहारा गौवंश से बचाने के साथ इससे होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और पशुधन को स्थायी आसरा मुहैया करवाने के लिए पशुगणना के बाद प्रदेश सरकार ठोस रणनीति बनाएगी. इस अवसर पर कृषि मंत्री ने स्थानीय पंचायत के रोहित चौधरी को अंडर-14 ताइक्वांडो प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल जीतने पर सम्मानित भी किया.
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