Dharamshala में ड्राई स्पेल के चलते बढ़ सकता है पेयजल संकट, एक घंटा मिलेगी वाटर सप्लाई
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2069179

Dharamshala में ड्राई स्पेल के चलते बढ़ सकता है पेयजल संकट, एक घंटा मिलेगी वाटर सप्लाई

Himachal Pradesh News: धर्मशाला में बारिश और बर्फबारी ना होने की वजह से 100 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं. ऐसे में आने वाले समय में अगर यही हालात रहे तो पानी की सप्लाई का समय कम कर दिया जाएगा और पानी बस एक घंटा ही दिया जाएगा. 

 

Dharamshala में ड्राई स्पेल के चलते बढ़ सकता है पेयजल संकट, एक घंटा मिलेगी वाटर सप्लाई

विपन कुमार/धर्मशाला: पिछले करीब डेढ़ माह से बारिश न होने से ड्राइ स्पेल का दौर शुरू हो चुका है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो पानी की समस्या खड़ी हो सकती है. अगर जल शक्ति विभाग वृत्त धर्मशाला की बात की जाए तो यहां बारिश और बर्फबारी न होने की वजह से 100 के लगभग पेयजल योजनाएं आंशिक तौर पर प्रभावित हो चुकी हैं, वहीं खडडों, नालों और झरनों पर आधारित योजनाओं के पानी में 10 से 15 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.

फिलहाल नहीं है अलार्मिंग की स्थिति 
हालांकि विभाग का कहना है कि अभी कोई अलार्मिंग स्थिति नहीं है, लेकिन ड्राई स्पेल जारी रहता है तो विभाग द्वारा उठाए जाने वाले कदमों की तैयारी शुरू कर जाएगी. जल शक्ति विभाग वृत्त धर्मशाला के अंतर्गत आने वाली 465 पेयजल योजनाएं हैं, जो अंडर ग्राउंड वाटर सोर्स, टयूबवेल, झरनों, नदियों, नालों और खड्डों पर आधारित हैं. इनमें से 100 पेयजल योजनाएं ड्राई स्पेल से आंशिक तौर पर प्रभावित कर चुकी हैं.

ये भी पढ़ें- Jaggery And Sugar: देश-विदेश में बढ़ रही पांवटा दून घाटी के गुड़ और शक्कर की डिमांड

एक घंटे तक ही दिया जाएगा सप्लाई का पानी
अगर ड्राईस्पेल जारी रहने के कारण पेयजल संकट बढ़ता है तो इसके लिए विभाग की ओर जो कदम उठाए जा सकते हैं, उसे लेकर तैयारी की जा रही है. पेयजल संकट आने पर वर्तमान में जहां डेढ़ घंटे पानी दिया जा रहा है, वहां पानी वितरण समय एक घंटे तक किया जा सकता है. इसके बावजूद पानी आपूर्ति न हो पाने पर एक दिन छोड़कर भी पानी दिया जा सकता है. 
 
पानी की मात्रा में आई कमी
फिलहाल ऐसी योजनाएं बहुत कम हैं, जिनमें पानी की कमी आ सकती है. हालांकि आगामी दस दिनों तक विभाग का ऐसा कोई कदम उठाने का प्लान नहीं है. नदियों पर आधारित पेयजल योजनाओं पर ज्यादा प्रभाव अभी नजर नहीं आया है. छोटे नालों और स्प्रिंग्स आधारित योजनाओं में पानी की मात्रा में कमी आई है.

WATCH LIVE TV

Trending news